मुख्यमंत्री ने कहा कि जनवरी-फरवरी 2023 में सरकार यूपी ग्लोबल इंवेस्टर समिट का आयोजन करने जा रही है। इसकी तैयारी बड़े स्तर पर चल रही है। समिट में 10 लाख करोड़ रुपये के निवेश का लक्ष्य रखा गया है। इससे प्रदेश के लाखों युवाओं को रोजगार तो मिलेगा ही साथ में वह प्रदेश को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने में अपनी अहम भूमिका निभा सकेंगे। समिट से युवाओं को प्रदेश में नौकरी के भी नये अवसर प्राप्त हो सकेंगे।
उन्होंने कहा कि सरकार प्रदेश के हर घर के युवाओं को नौकरी और रोजगार उपलब्ध कराने के लिए संकल्पित है। इसी का परिणाम है कि प्रदेश में जहां वर्ष 2016 में बेरोजगारी दर 18 प्रतिशत थी, वहीं अप्रैल 2022 में घटकर 2.9 प्रतिशत पर सिमट गई है। सरकार युवाओं के उज्जवल भविष्य को लेकर आशांवित है।
उन्हें रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जा रहे हैं और साथ ही स्वरोजगार से भी बड़े पैमाने पर जोड़ा जा रहा है। इसका असर ये हो रहा है कि प्रदेश का युवा आज खुद के रोजगार के साथ दूसरे युवाओं के रोजगार की भी व्यवस्था कर रहा है।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि पांच सालों में प्रदेश के पांच लाख युवाओं को सरकारी नौकरियां दी गईं, 1.61 करोड़ युवाओं को निजी क्षेत्र के विभिन्न रोजगार उपलब्ध कराए गए। इतना ही नहीं प्रदेश के युवाओं को सशक्त बनाने के लिए 60 लाख से अधिक युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ा गया, जिससे प्रदेश में बेरोजगारी की दर में भारी गिरावट दर्ज की गई।
वर्ष 2017 से पूर्व जो युवा नौकरी के लिए देश के विभिन्न राज्यों में भटक रहा था, आज वही युवा दूसरों को नौकरी दे रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में रोजगार और नौकरी की संभावनाएं बढ़ाने में काफी सफलता मिली है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल के पहले 100 दिन में ही 10 हजार युवाओं को सरकारी नौकरी देने के लक्ष्य को समय से पहले ही सौ प्रतिशत पूरा कर लिया था। इसके साथ ही प्रत्येक परिवार को कम से कम एक रोजगार उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश में परिवार आईडी बनाकर किसी भी रोजगार से वंचित परिवारों को प्राथमिकता पर रोजगार के समुचित अवसर जल्द उपलब्ध कराए जाएंगे।