नई दिल्ली, पोषण अभियान को आगे बढ़ाने और इसकी सतत निगरानी के लिए तकनीकी पर जोर दिया जा रहा है। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता का तकनीकी सशक्तिकरण और नियमित निगरानी को बढ़ावा देने के लिए आंगनवाड़ी केंद्रों में 11.75 लाख स्मार्टफोन और 12.36 लाख ग्रोथ निगरानी उपकरणों का प्रावधान किया गया है।
‘पोषण ट्रैकर’ एप्लिकेशन के तहत पोषण वितरण समर्थन प्रणालियों को मजबूत करने और पारदर्शिता लाने के लिए सूचना प्रौद्योगिकी प्रणाली (आईटी सिस्टम) का लाभ उठाया गया है। पोषण ट्रैकर के तहत प्रौद्योगिकी का उपयोग स्टंटिंग, वेस्टिंग, बच्चों में कम वजन की व्यापकता और पोषण सेवा वितरण की अंतिम मील ट्रैकिंग की गतिशील पहचान के लिए किया जा रहा है।
अधिकारियों ने बताया है कि 2 सितंबर, 2022 तक 9.84 करोड़ लाभार्थियों को पोषण ट्रैकर के तहत पंजीकृत किया गया है। अब तक, पोषण ट्रैकर पर पंजीकृत 80.2 फीसदी लाभार्थियों को सफलतापूर्वक आधार से जोड़ा गया है। पोषण ट्रैकर के तहत गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए एक राज्य के भीतर और बाहर एक आंगनबाड़ी केंद्र से दूसरे में प्रवासन की सुविधा प्रदान की गई है। आधार सीडिंग और माइग्रेशन सुविधा लाभार्थियों को देश में कहीं से भी पोषण और अन्य आंगनबाड़ी सेवाओं का लाभ उठाने में सक्षम बनाएगी।
36 हजार आंगनबाड़ी केंद्रों का चयन किया
सक्षम आंगनबाड़ी के तहत वित्तीय वर्ष 2022-23 में 40,000 आंगनबाड़ी केंद्रों को 6 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के रचनात्मक, सामाजिक, भावनात्मक, संज्ञानात्मक और बौद्धिक विकास को प्रोत्साहित करने के लिए आकांक्षी जिलों में मजबूत और उन्नत किया जा रहा है। अब तक राज्यों ने उन्नयन के लिए लगभग 36,000 आंगनबाड़ियों की पहचान की गई है।
40,000
आंगनबाड़ी केंद्रों को उन्नत किया जाना है
36,000 आंगनबाड़ियों की अब तक पहचान की गई