भर्तियों का वादा हुआ पूरा, सालों से जमे कर्मी हटाए
● छह माह में 10 हजार से अधिक लोगों को नियुक्तियां देने का लक्ष्य रखा गया
● तीन साल से एक ही स्थान पर जमे समूह ‘ग’ के कर्मियों का पटल बदला जाएगा
● तबादले के इंतजार में सालों से बैठे सरकारी कर्मियों के लिए नीति लाने का लक्ष्य
● पदोन्नति प्रक्रिया के इंतजार में बैठे सरकारी कर्मियों को 30 सितंबर तक पदोन्नति देना
● लोकसेवा आयोग को भर्ती प्रस्ताव ऑनलाइन भेजने की व्यवस्था करना
ये लक्ष्य हुआ पूरा
● अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने एएनएम के 8831 पदों पर भर्ती की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है
● एक हफ्ते के अंदर 1403 पदों पर भर्ती परिणाम जारी कर दिए जाएंगे
● तीन साल से एक ही स्थान पर जमे समूह ‘ग’ के कर्मियों का पटल बदलने का काम हो चुका है
ये प्रक्रियाधीन
● सरकारी विभागों के कर्मियों को पदोन्नति देने की प्रक्रिया 30 सितंबर तक पूरी कर ली जाएगी
● उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग को ऑनलाइन प्रस्ताव भेजे की प्रक्रिया भी अंतिम चरण में है
लखनऊ, । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने छह माह में सरकारी नौकरी देने का जो वादा किया था देखा जाए तो उसे केवल उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने ही अपने दम पर पूरा कर दिया है। आयोग एएनएम के 8831 पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया पूरी कर चुका है और 1403 कनिष्ठ सहायकों की चयन प्रक्रिया जल्द पूरी करने जा रहा है। आयोग के अध्यक्ष प्रवीर कुमार कहते हैं कि कुल 11000 से अधिक युवाओं को नौकरी इस अवधि में देने का लक्ष्य रखा गया है।
रही बात भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन की तो सालों से एक ही स्थान पर जमे समूह ‘ग’ के कर्मियों के पटल बदले गए। कर्मियों के हितों का ध्यान रखते हुए पदोन्नति की राह खोली गई।
93 हजार को मिला रोजगार प्रदेश की सरकार बने अभी छह माह हुए हैं और 93 हजार से अधिक युवाओं को रोजगार दिया जा चुका है। कॉरियर काउंसिलिंग से 1.42 लाख से अधिक को मार्गदर्शन दिया गया। प्रदेश में 119 राजकीय महाविद्यालयों में ई लर्निंग पार्क विकसित किए गए हैं। 87 राजकीय महाविद्यालयों में स्मार्ट क्लासेज की व्यवस्था हो चुकी है। प्रदेश के 27 विश्वविद्यालयों द्वारा संस्थानों से 111 अनुबंध किए हैं।