केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के स्कूलों में भी बड़े पैमाने पर स्काउट-गाइड गतिविधियां शुरू हो गई हैं।
शिक्षकों को भारत स्काउट एवं गाइड के मम्फोर्डगंज स्थित प्रादेशिक प्रशिक्षण केंद्र में प्रारंभिक प्रशिक्षण दिया जा रहा है। यही शिक्षक स्कूलों में स्काउट-गाइड की गतिविधियां संचालित करेंगे।
प्रादेशिक मुख्यायुक्त और उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष डॉ. प्रभात कुमार ने दो जुलाई को सभी जिला मुख्यायुक्त को अभियान चलाकर सीबीएसई स्कूलों की प्रत्येक कक्षा में एक-एक यूनिट स्थापित करने के निर्देश दिए थे। खासतौर से कक्षा एक से आठ तक के बच्चों की यूनिट गठित कराने को कहा गया है, ताकि बच्चे लंबे समय तक स्काउट आंदोलन से जुड़े रहे।
पांचवीं तक लड़के कब और लड़कियां बुलबुल
कक्षा एक से पांच तक के लड़कों को कब और लड़कियों को बुलबुल के रूप में माना जाता है। कक्षा छह से 12 तक में लड़कों को स्काउट और लड़कियों को गाइड कहते हैं। प्रत्येक यूनिट में 24 स्वयंसेवकों को रखा जाता है।