लखनऊ : प्रदेश के 4,512 सहायताप्राप्त (एडेड) माध्यमिक कालेजों को अब नए साल में लिपिक मिल सकेंगे। शासन ने लिपिकों का चयन आनलाइन के बजाय आफलाइन करने के निर्देश दिए हैं। समय सारिणी 16 दिसंबर से बढ़ाकर 16 जनवरी 2023 कर दी गई है। समय सारिणी में संशोधन करने की वजह प्रक्रिया का आफलाइन करना बताया जा रहा है, लेकिन हकीकत यह है कि भर्ती के लिए कालेजों के प्रबंधक रिक्त पदों का ब्योरा नहीं भेज रहे हैं, उन्हें रिक्त पद घोषित करने के लिए और समय दिया गया है।
सरकार एडेड माध्यमिक कालेजों में जुगाड़ से लिपिक बनने का रास्ता बंद कर चुकी है। इसके लिए अभ्यर्थियों को चरणवार कड़े इम्तिहान से गुजरना होगा । ये बदलाव कालेज प्रबंधकों को रास नहीं आया है। इसीलिए अब तक अधिकांश ने सभी रिक्त पदों का ब्योरा नहीं भेजा है। माध्यमिक शिक्षा विभाग के अनुसार करीब 1700 रिक्त पद घोषित किए गए हैं, जबकि विद्यालयों में खाली पद लगभग तीन हजार हैं। भर्ती के नियमों का शासनादेश 25 नवंबर 2021 को जारी हुआ और चार जुलाई को शासन ने चयन की समय सारिणी घोषित की थी। माध्यमिक शिक्षा ने 14 सितंबर को आनलाइन आवेदन लेने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा था।
विशेष सचिव एसपी सिंह ने शिक्षा निदेशक को निर्देश दिया है कि कैबिनेट ने लिपिकों के चयन के लिए आवेदनपत्र आफलाइन माध्यम से लिए जाने पर मुहर लगाया है। ऐसे में अब आनलाइन आवेदन नहीं लिए जाएंगे। यह भी लिखा कि आनलाइन माध्यम से आवेदन लेने में कठिनाइयां सामने आएंगी। इसमें समस्या यह भी है कि अलग संस्थाओं के लिए लिपिकों का चयन होना है इसमें कोई एकीकृत व्यवस्था नहीं है। प्रस्ताव में चयन के लिए एक माह की समय बढ़ाने का अनुरोध स्वीकार करके चयन अब 16 जनवरी 2023 तक कराने का निर्देश दिया गया है। अपर निदेशक माध्यमिक शिक्षा डा. महेंद्र देव ने बताया कि सोमवार से जिलों में भर्ती के लिए विज्ञापन जारी करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसमें उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग लखनऊ की प्रारंभिक पात्रता परीक्षा (पीईटी) अनिवार्य है। इसमें 50 प्रतिशत अंक पाने वाले अभ्यर्थी ही लिपिक बन सकेंगे। कालेज प्रबंधक की अध्यक्षता में गठित पांच सदस्यीय चयन समिति साक्षात्कार लेगी ।