बड़ौत। बुढपुर गांव का संविलियन विद्यालय में चल रही आपसी गुटबाजी और शिकायतों के बावजूद अधिकारियों की लीपापोती कार्यशैली के कारण विद्यालय में पढ़ने वाले सैकड़ों बच्चों के भविष्य पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। विद्यालय में शिक्षक होते हुए भी बच्चे पढ़ाई से वंचित है। इस समय विद्यालय में मात्र तीन शिक्षक हो शिक्षण कार्य करा रहे हैं, जबकि छह नदारद हैं।
संविलियन विद्यालय काफी समय से विवादों में चला आ रहा है। बता दें कि प्रधानाध्यापक पद का चार्ज ना लेने के कारण पिछले दिनों एक माह से अधिक समय तक बच्चे मिड-डे मील योजना से महरूम रहे।
शिकायत मिलने पर अधिकारियों ने शिक्षिका चित्रा को चार्ज दिया, लेकिन कुछ दिन पहले उन्होंने भी मिड-डे मील बनाना बंद कर दिया था। बीएसए ने उन्हें 13 सितंबर को निलंबित कर दिया।
उनके निलंबन के बाद शिक्षिका सरिता को प्रधानाध्यापिका का चार्ज सौंप दिया, लेकिन वे भी मेडिकल लेकर छुट्टी पर चली गई।
दो शिक्षिकाओं की ट्रेनिंग चल रही है, जबकि सरिता समेत तीन शिक्षक मेडिकल पर हैं। स्थिति यह है कि विद्यालय में तैनात नी शिक्षको में से मात्र तीन शिक्षक ही विद्यालय में उपस्थित है, जिसका असर यहां पर पढ़ने वाले बच्चों पर पड़ रहा है। अभिभावकों का कहना था कि बच्चों की कई दिनों से उनकी पढ़ाई नहीं चल रही है। रोजाना वे स्कूल आते हैं और वापस लौटकर घर आकर आपबीती बताते है।