बाँदा
साहित्य समाज का दर्पण है।शिक्षक प्रमोद दीक्षित मलय ने परिस्थितियों को साहित्यिक रूप में परिभाषित करते हुए अपने अथक प्रयासों से “हाशिये पर धूप” नामक पुस्तक की रचना कर सराहनीय प्रयास किया है।
विषयवस्तु से प्रेरित होकर किरदार का किरदार निभाते हुए शिक्षक इन्द्रवीर सिंह जादौन मंचनायक अपने शिक्षक मित्र आकिब जावेद के साथ चित्रकूट धाम मंडल बाँदा के एडीबेसिक-डाएट प्राचार्य बाँदा रामपाल सिंह को -हासिये पर धूप-नामक साहित्यिक रचना की एक कृति समर्पित करते हुए रामपाल सिंह के साहित्यिक चाह को पूरा करने का प्रयास किया।
प्राथमिक विद्यालय खुरहण्ड की प्रधानाध्यापिका अफसाना परवीन और उनके वरिष्ठ शिक्षा मित्र रामकृष्ण अवस्थी ने हार्दिक बधाई के साथ बेसिक शिक्षा के दर्पण एडीबेसिक के सहयोगात्मक भावना को जमकर सराहा।