बलिया।। कम्पोजिट विद्यालय दुमदुमा के निलंबित प्रधानाचार्य आफताब की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही। जांच मे पकड़ी गयी 29 खाद्यान्न की बोरियों ने भी अब गवाही देनी शुरू कर दी है। कोविड 19 के समय चार चरणों मे सरकार द्वारा छात्रों मे वितरित करने के लिए जो खाद्यान्न वितरित करने के लिए मिला था, वह किसी भी चरण मे शत प्रतिशत वितरित हुआ ही नही है। ऐसे मे इसको लापरवाही को कत्तई नही कह सकते, यह तो खाद्यान्न गबन करने की साजिश है।
होना यह चाहिये था कि जब प्रथम चरण मे शतप्रतिशत खाद्यान्न का वितरण नही हुआ तो इसकी सूचना अपने विभाग के उच्चाधिकारियों को देते और अवशेष खाद्यान्न की मात्रा को कम कराकर नया उठान करते। लेकिन प्रधानाध्यापक ने पहले चरण से चौथे चरण तक यह गलती दुहारायी है। इसी के आधार पर कहने मे कोई गुरेज नही है कि यह लापरवाही नही गबन का द्योतक है।
अब तो सवाल यह है कि अभी तो चौथे चरण के खाद्यान्न का अवशेष पकड़ा गया है, तीन अन्य चरणों के अवशेष खाद्यान्न कहां है? अब जांच कमेटी की जांच मे ही खुलासा हो पायेगा।