अंग्रेजी माध्यम के प्राइमरी और जूनियर स्कूलों में अभी तक किताबें नहीं पहुंची है। शैक्षिक सत्र शुरू हुए छह महीने होने को हैं लेकिन अभी तक कक्षा एक से आठ तक की किताबें नहीं छपी हैं। अब छपाई शुरू हुई है। किताबें न होने से बच्चों की पढ़ाई पिछड़ रही है। स्कूलों में त्रैमासिक परीक्षा अगले माह होनी है। ऐसे में बिना किताबों के ही बच्चे परीक्षा देंगे। लखनऊ, सीतापुर, बाराबंकी, रायबरेली, उन्नाव समेत पूरे प्रदेश में अभी तक अंग्रेजी माध्यम की किताबों का वितरण नहीं हुआ है।
किसी स्कूल को नहीं मिलीं किताबें
लखनऊ में अंग्रेजी माध्यम के 165 प्राइमरी और जूनियर स्कूल हैं। इनमें करीब 20 हजार बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं। इन बच्चों को अभी तक एक भी किताब नहीं मिली है। शिक्षक लगातार बीएसए कार्यालय से किताबों की मांग कर रहे हैं। अधिकारी उपलब्ध नहीं कर पा रहे हैं। किताबें न मिलने से बच्चों के साथ अभिभावक भी परेशान हैं। वहीं शिक्षा विभाग जिले के बीएसए को भेजकर किताबों का सत्यापन करा रहा है। कुछ किताबों के नमूने भेजे हैं।
समस्या
● प्रदेश के किसी भी इंग्लिश मीडियम स्कूल में नहीं पहुंचीं किताबें
●लखनऊ के प्राइमरी, जूनियर 165 स्कूलों में अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई
●सभी स्कूलों में पुरानी किताबों से शिक्षक बच्चों को पढ़ा रहे
अंग्रेजी माध्यम की जो किताबें मिली हैं, उन्हें वितरित करने के लिए खण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालयों को भेजा है। सभी को निर्देशित किया गया है कि किताबों का जल्द वितरण कराएं। अरुण कुमार, बीएसए, लखनऊ