बेसिक शिक्षा विभाग के एसआरजी, एआरपी और संकुल शिक्षक अपने विद्यालय को निपुण विद्यालय बनाएंगे। विभाग ने निगरानी टीमों में शामिल इन शिक्षकों को पहले अपने विद्यालय के बच्चों को एक साल में निपुण बनाने के निर्देश दिए हैं, ताकि तय लक्ष्य के अनुसार उनके स्कूलों में पठन-पाठन दुरुस्त हो सके और इनके स्कूल दूसरों के लिए नजीर बन सकें।
कक्षा कक्ष प्रक्रियाओं व अन्य कार्यक्रमों की बेहतर निगरानी के लिए नई चेक लिस्ट जारी की जाएगी। न्याय पंचायत स्तर पर शिक्षक संकुल के सदस्यों और ARP और SRG द्वारा अपने विद्यालयों को आदर्श विद्यालय के रूप में विकसित करने के लिए उन्मुखीकरण कार्यक्रम तय बिंदुओं पर होगा।
अभी तक इनसे विभाग द्वारा सूचनाओं के आदान-प्रदान का ही काम लिया जाता रहा है, लेकिन अब यह शिक्षक तय मानक के अनुसार अपने-अपने विद्यालय के बच्चों को सबसे पहले निपुण बनाएंगे, जिससे दूसरे विद्यालय और शिक्षक भी प्रेरित होंगे। इनको गतिविधि आधारित पढ़ाई करानी होगी। इसके लिए उन्हें पूरी योजना समझा दी गई है।