लखनऊ : बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों का स्थलीय निरीक्षण के साथ ही अब समग्र शिक्षा की योजनाओं व ब्लाक संसाधन केंद्रों की आनलाइन निगरानी होगी। इसके लिए अधिकारियों की 102 टीमें गठित की गई हैं और 500 विकासखंड चिह्नित किए गए हैं। अफसरों को योजना से जुड़े सवालों की सूची सौंपी गई है।
महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने सभी जिलों को भेजे आदेश में लिखा है कि बेसिक व समग्र शिक्षा के तहत संचालित योजनाओं व ब्लाक संसाधन केंद्रों की गतिविधियों की निगरानी की जानी है। माह में दो विकासखंडों की रिपोर्ट टीमों को भेजनी है। आनलाइन निगरानी टीमों में बेसिक शिक्षा निदेशालय लखनऊ व प्रयागराज राज्य शैक्षिक अनुसंधान प्रशिक्षण परिषद व सहयोगी संस्थान, राज्य परियोजना कार्यालय, समग्र शिक्षा, राज्य शैक्षिक प्रबंधन एवं प्रशिक्षण संस्थान प्रयागराज, मध्यान्ह भोजन प्राधिकरण उत्तर प्रदेश लखनऊ, साक्षरता व वैकल्पिक शिक्षा आदि के अधिकारियों को लगाया गया है।गोंडा में विष्णु श्याम द्विवेदी, संजीव कुमार, बलरामपुर में अपर परियोजना निदेशक रोहित त्रिपाठी, उपेंद्र गुप्ता, बहराइच में अजय कुमार सिंह, पूनम नौटियाल, श्रावस्ती में अशोक कुमार व प्रभात मिश्र, कानपुर देहात में स्कंद शुक्ल, संदीप दुबे, कानपुर नगर में पवन कुमार सचान, सुनील दत्त, फर्रुखाबाद में अमरेंद्र सिंह, आरएन सिंह, इटावा में अमित खन्ना, मायाराम, वाराणसी में मोहम्मद अल्ताफ शेख तज्जमुल हुसैन, लखनऊ में राजकुमार, डा. फैजान, गोरखपुर में मनोज कुमार अहिरवार व सचिन, मेरठ में शफीक मोहम्मद सिद्दीकी, रेखा सुमन, प्रयागराज में श्याम किशोर तिवारी, राजीव नयन, अलीगढ़ में प्रणव सिंह, पीएम अंसारी आदि को जिम्मेदारी सौंपी गई है। वीडियो कांफ्रेंसिंग से सभी बिंदुओं की पड़ताल करने के बाद दो दिन में रिपोर्ट भेजी जानी है।
62 हजार विद्यालयों का करें 15 दिन में निरीक्षण
पिछले दो माह में विद्यालयों का निरीक्षण अभियान चला, रिपोर्ट से स्पष्ट है कि दूरस्थ एक लाख 33 हजार विद्यालयों में से 62000 विद्यालयों का निरीक्षण नहीं किया गया, जबकि विभाग में अधिकारी व एकेडमिक टीम लंबी है। अब छूटे हुए विद्यालय और दूरस्थ विद्यालयों का अनिवार्य रूप से 15 दिन के विशेष अभियान में निरीक्षण करने के निर्देश दिए गए हैं।