लखनऊ। प्रदेश के वित्त विहीन विद्यालयों के प्रधानाचार्यों, प्रधानाध्यापकों व शिक्षकों के लिए शुरू की गई ‘मुख्यमंत्री अध्यापक पुरस्कार’ योजना के लिए भी संशोधित गाइड लाइन जारी की गई है। हर मंडल से एक-एक आवेदक का चयन कर कुल 18 पुरस्कार दिए जाएंगे। इसके लिए भी जिला, मंडल, निदेशालय व राज्य स्तर पर चयन समिति गठित की गई है।
शिक्षक दिवस पर ही दिए जाने वाले इस पुरस्कार के लिए भी आनलाइन आवेदन लिए जाएंगे और समय-समय सारिणी राज्य अध्यापक पुरस्कार के अनुसार ही होगी। चयन समिति भी राज्य अध्यापक पुरस्कार की तरह ही होगी। इसमें भी 25 हजार रुपये सम्मान राशि के साथ शॅाल व स्मृति चिह्न दिया जाएगा।
लखनऊ, । माध्यमिक विद्यालयों में योग्यता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से प्रत्येक वर्ष शिक्षक दिवस पर दिए जाने वाले राज्य पुरस्कारों के लिए संशोधित गाइड लाइन शुक्रवार को जारी कर दी गई। यह पुरस्कार अलग-अलग श्रेणियों में कुल 18 अभ्यर्थियों को दिया जाएगा। आवेदन आनलाइन लिए जाएंगे। आवेदकों का चार स्तरों पर साक्षात्कार भी होगा।
प्रमुख सचिव माध्यमिक शिक्षा दीपक कुमार की तरफ से आदेश के अनुसार राज्य अध्यापक पुरस्कार राजकीय एवं अशासकीय सहायता प्राप्त हाईस्कूल एवं इंटर कॉलेजों और सहायता प्राप्त माध्यमिक संस्कृत विद्यालयों के नियमित सेवारत प्रधानाचार्यों, प्रधानाध्यापकों व अध्यापकों को दिए जाएंगे। इनमें दो प्रधानाचार्य, दो प्रधानाध्यापक, तीन भाषा शिक्षक, तीन गणित शिक्षक, तीन विज्ञान वर्ग के शिक्षक, तीन मानविकी वर्ग के शिक्षक तथा कृषि, कला, संगीत एवं व्यायाम के तीन शिक्षक चयनित किए जाएंगे।
सभी विषयों के शिक्षकों को अवसर प्रदान करने के लिए यह बदलाव किया गया है। पुरस्कार के तहत 25 हजार रुपये सम्मान राशि, शॉल व स्मृति चिह्न दिया जाएगा।
पुरस्कारों के लिए चार स्तरों पर परीक्षण होगा। शासन ने इसके लिए जिला, मंडल, निदेशालय व राज्य स्तर पर कमेटी गठित कर दी है।