यूपी में एक फर्जी शिक्षक गिरफ्तार किया गया है. वह दूसरे के दस्तावेजों पर नौकरी कर रहा था. आरोपी को सिद्धार्थनगर जिले से गिरफ्तार किया गया है. जिसकी पहचान मनोज कुमार जायसवाल के रूप में हुई है. जिले के डुमरियागंज में माही हरदो प्राथमिक विद्यालय में मनोज कुमार जायसवाल बतौर सहायक अध्यापक पढ़ा रहा था. इसकी भनक लगते ही यूपीएसटीएफ ने उसे गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में पता चला कि वह कृष्ण कुमार गुप्ता के दस्तावेजों पर नौकरी कर रहा था. मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है.
यूपी में शिक्षा विभाग में यह पहला मामला नहीं जब दूसरे के दस्तावेजों पर कोई और नौकरी करता पाया गया हो. इससे पहले बाराबंकी और महाराजगंज में भी ऐसे मामले आ चुके हैं.
महाराजगंज में एक फर्जी शिक्षक गिरफ्तार
साल 2020 में एसटीएफ ने एक फर्जी शिक्षक को गिरफ्तार किया था. सूरज कुमार उपाध्याय नाम के फर्जी शिक्षक को महाराजगंज से गिरफ्तार किया गया था. वो दूसरे व्यक्ति के शैक्षिक दस्तावेज के आधार पर बाराबंकी में नियुक्त था. वो मदन कुमार उपाध्याय के दस्तावेजों के आधार पर नौकरी कर रहा था.
बाराबंकी में चार पर एफआईआर
बाराबंकी जिले की सुबेहा पुलिस ने एक फर्जी शिक्षक को गिरफ्तार किया. रामराज विश्वकर्मा नाम के फर्जी शिक्षक को बस्ती जिले के कस्बा मुडघाट से गिरफ्तार किया गया. वो फर्जी दस्तावेज के आधार पर बाराबंकी में नियुक्त था. दूसरे की डिग्री पर नौकरी करने वाले 4 शिक्षकों पर खंड शिक्षा अधिकारी की तहरीर पर मामला दर्ज किया गया था. इस मामले में महिला सहित दो शिक्षकों को अक्टूबर-2020 में पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था. खंड शिक्षा अधिकारी ने 5 जुलाई 2020 को एक एफआईआर दर्ज कराई थी. इस एफआईआर में फर्जी शिक्षक सुरेंद्र नाथ गुलामाबाद के प्राथमिक विद्यालय में कार्यरत होने की शिकायत दर्ज कराई गई थी. वह दूसरे की डिग्री पर नौकरी कर रहा था.