परिषदीय विद्यालयों में कुछ गुरुजी कई बार की चेतावनी के बाद भी स्कूलों में पढ़ाने नहीं पहुंचते हैं। बीएसए और खंड शिक्षा अधिकारियों द्वारा समय-समय पर किए जा रहे निरीक्षण में शिक्षकों की अनुपस्थिति सामने आ जाती है। शिक्षकों के मनमाने रवैये के चलते नौनिहालों की पढ़ाई पर बुरा असर पड़ रहा है।
बीते 7 सितंबर से 9 सितंबर तक खंड शिक्षा अधिकारी किशनी सुनील दुबे ने 13 विद्यालयों का निरीक्षण किया। जिसमें सभी विद्यालयों में शिक्षकों, शिक्षामित्रों, अनुदेशकों की अनुपस्थिति मिली। हालांकि इन पर अनुपस्थिति के दिनों में वेतन, मानदेय की कटौती की गई। बीएसए दीपिका गुप्ता का कहना है कि खंड शिक्षा अधिकारियों को विद्यालयों के लगातार निरीक्षण के निर्देश दिए हैं। मैं स्वयं भी निरीक्षण करने जा रही हूं। परिषदीय विद्यालयों में शिक्षक समय से पहुंचे और शिक्षण कार्य गुणवत्ता पूर्ण कराएं। कहीं भी कोई गड़बड़ी करता पाया गया तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।