आधार बनाने में गड़बड़ी पर 185 ऑपरेटर निलंबित हुए
● त्रुटियों और अनियमितताओं के कारण हुई कार्रवाई
● आगे गड़बड़ियों पर बीएसए, बीईओ होंगे जिम्मेदार
प्रयागराज, प्रमुख संवाददाता। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) क्षेत्रीय कार्यालय लखनऊ ने बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से संचालित आधार नामांकन केंद्रों पर तैनात 185 ऑपरेटरों को विभिन्न त्रुटियों और अनियमितताओं के कारण एक से पांच साल के लिए निलंबित कर दिया है। 17 अगस्त को समीक्षा बैठक के दौरान बेसिक शिक्षा परिषद के अधिकारियों को बताया गया कि जून महीने में 172 ऑपरेटरों को एक साल के लिए और 13 ऑपरेटरों को पांच साल के लिए निलंबित किया गया है। इसके अलावा 68 ऑपरेटरों को तीन महीने के लिए कार्यमुक्त रखा गया है।
बच्चों का आधार बनाने के लिए निर्धारित नोडल एजेंसी बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव प्रताप सिंह बघेल ने सभी बीएसए को 30 अगस्त को निर्देशित किया है कि निलंबित ऑपरेटरों को हटाते हुए उनके स्थान पर तत्काल नए ऑपरेटर की उपलब्धता सुनिश्चित कराएं। बीएसए ने सभी ऑपरेटरों को निर्देशित करें कि आधार अपडेशन/नामांकन के लिए केवल यूआईडीएआई के मानक दस्तावेज ही उपयोग करें।
आधार नामांकन निशुल्क है और अपडेशन के लिए शुल्क निर्धारित है। लिहाजा नए आधार नामांकन के लिए अवैध वसूली किसी सूरत में न हो और अपडेशन के लिए तय शुल्क से अधिक न लिए जाएं। भविष्य में ऐसा कोई प्रकरण सामने आता है तो ऑपरेटर्स के साथ ही संबंधित खंड शिक्षाधिकारी और बीएसए का व्यक्तिगत उत्तरदायित्व निर्धारित किया जाएगा।