पटवाई। कपोजिट विद्यालय के सातवीं के छात्र जुनैद आलम (12) की अमृत सरोवर में डूबने से मौत की घटना ने शिक्षकों और प्राथमिक शिक्षा विभाग की भूमिका पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
शिक्षक बिना किसी के अनुमति के बच्चों को अमृत सरीवर ले गए। सरोवर में स्नान और तैराकी पर पाबंदी के बावजूद बच्चों की तैराकी प्रतियोगिता कराई। इस दौरान एक बच्चे के दूब जाने के हादसे से बेखबर होकर सामान्य तरीके से स्कूल लौट आए।
ग्राम प्रधान नसीम बानो का कहना है कि सरोवर के पास साफ-साफ लिखा है कि इसमें नहाना या तैरना मना है। बिना किसी को जानकारी दिए या अनुमति लिए स्कूल स्टाफ ने वहां बच्चों की तैराकी प्रतियोगिता कराई, जो नियम विरुद्ध है। खंड शिक्षा अधिकारी पीएल सिंह का कहना है कि स्कूल शिक्षक अपने
स्तर पर प्रतियोगिता करा रहे थे विभाग या किसी अफसर की ओर से प्रतियोगिता कराने का निर्देश नहीं था। शुरुआती जांच के बाद रिपोर्ट बीएसए को भेजी दी गई है। बीएसए कल्पना सिंह का कहना है कि डीईओ की रिपोर्ट के आधार पर तीन शिक्षकों को निलंबित कर दिया की है विस्तृत जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। मिलक के सीओ अतुल पांडेय ने बताया कि छात्र के परिजनों की ओर से मिली तहरीर के आधार पर आठ लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है। छह को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।