हैदरगढ़। विकासखंड हैदरगढ़ के शिक्षकों ने तत्कालीन खंड शिक्षा अधिकारी नवाब वर्मा पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। इस मामले की जांच शुरू हो गई है। शासन के निर्देश पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बीईओ हैदरगढ़ को जांच अधिकारी नामित किया है। जांच अधिकारी ने शिकायत करने वाले शिक्षकों से लगाए गए आरोपों के संबंध में साक्ष्य मांगे है।
प्राथमिक विद्यालय दुला का पुरवा के शिक्षक दीपक मिश्र व धीरेंद्र प्रताप सिंह पूर्व माध्यमिक विद्यालय अंसारी के शिक्षक विवेक कुमार गुप्ता, प्राथमिक विद्यालय पूरे अजान के शिक्षक महेंद्र प्रताप सिंह, पूर्व माध्यमिक विद्यालय बरावा के शिक्षक बृजेश प्रताप सिंह प्राथमिक विद्यालय सीटू मऊ के शिक्षक धर्मेंद्र मिश्र, पूर्व माध्यमिक विद्यालय हैदरगढ़ के शिक्षक रुद्र कांत बाजपेई, पूर्व माध्यमिक विद्यालय कोलावा के शिक्षक प्रदीप मिश्र व पूर्व माध्यमिक विद्यालय मोहम्मदपुर के शिक्षक राजेंद्र किशोर पांडे तत्कालीन खंड शिक्षा अधिकारी हैदरगढ़ नवाब वर्मा पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। इन शिक्षकों का आरोप है कि तत्कालीन बीईओ नवाब वर्मा द्वारा शिक्षकों से चंदा के नाम पर अवैध वसूली, निष्ठा प्रशिक्षण में फर्जी बिल बाउचर लगाकर धन का गबन करना, स्कूल नहीं आने वाले शिक्षकों से मोटी रकम लेकर उन्हें अभयदान देना, सीसीएल आदि के नाम पर मोटी रकम वसूल करना जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं। शिक्षकों ने मामले की शिकायत बेसिक शिक्षा मंत्री से की थी। मामले को गंभीरता से लेते हुए शिक्षा मंत्री ने इसे जांच के लिए संयुक्त सचिव के पास भेजा था। संयुक्त सचिव ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को जांच कर आख्या 15 दिनों में मांगी है। बीएसए संतोष कुमार पांडे ने इस पूरे प्रकरण की जांच खंड शिक्षा अधिकारी हैदरगढ़ रमेश चंद्र को सौंपी है।