चरवा प्राथमिक विद्यालय चरवा द्वितीय में सोमवार को हुए हंगामे के बाद प्रधानाध्यापिका प्रतिभा सिंह बिना किसी सूचना के डयूटी से गायब हो गई। मंगलवार को पंजीकृत विद्यार्थियों के सापेक्ष 50 फीसदी से कम छात्र-छात्रा स्कूल पहुंचे थे।
स्कूल का एबीएसए चायल ने निरीक्षण कर हालात का जायजा लिया और उन्होंने यहां प्रथम दृष्टया एमडीएम के कंपोजिट कास्ट में अनियमितता पाते हुए बीएसए की रिपोर्ट भेजने की बात कही।
प्राथमिक विद्यालय चरवा द्वितीय में 270 बच्चों का पंजीकरण है। यहां प्रयागराज के बेनीगंज की रहने वाली प्रतिभा सिंह प्रधानाध्यापिका है। इसके अलावा चार सहायक अध्यापक व दो शिक्षामित्र नियुक्त हैं। आरोप है कि शनिवार को प्रधानाध्यापिका पांचवीं कक्षा के बच्चों को कमरे में बंद कर बाजार से स्टेशनरी खरीदने चली गई। इसका वीडियो सोशल मीडिया में भी वायरल हो गया।
सोमवार को स्कूल खुला तो तमाम अभिभावक स्कूल पहुंचे और हंगामा करने लगे। अभिभावकों ने प्रधानाध्यापिका पर बच्चों को बंधक बनाए जाने का आरोप लगाया। वहीं प्रधानाध्यापिका का कहना था कि बच्चे इधर-उधर नहीं टहलें, इस वजह से उन्होंने क्लास रूम में बच्चों को बैठाया था। ताला किसने लगाया, इसकी जानकारी नहीं है। हंगामे की जानकारी पर बीएसए प्रकाश सिंह ने मूरतगंज के एबीएसए को जांच के लिए भेजा। मंगलवार को चायल की एवीएसए ज्योति शुक्ला भी मामले की जांच के लिए पहुंची। स्कूल में पंजीकृत 270 बच्चों के सापेक्ष महज 90 छात्र-छात्रा ही मौजूद मिले। प्रधानाध्यापिका प्रतिभा सिंह बिना सूचना के अनुपस्थित मिली। बताया गया कि उन्होंने मेडिकल लीव लिया था। इस बाबत एबीएसए का कहना है बच्चों को दिए जाने वाले एमडीएम की कंपोजिट कास्ट में अनियमितता की बात सामने आ रही है। इसकी रिपोर्ट बीएसए को भेजी गई है।