पीसीएस-2022 की मुख्य परीक्षा स्थगित किए जाने की मांग के बीच उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने 27 सितंबर से शुरू होने जा रही परीक्षा के प्रवेश पत्र जारी कर दिए हैं। आयोग से राहत न मिलने पर अभ्यर्थियों ने अब मुख्यमंत्री से गुहार लगाई और सोशल मीडिया पर अभियान शुरू किया है। प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति की ओर से मुख्यमंत्री को प्रेषित ईमेल के माध्यम से बताया गया है कि पीसीएस-2021 का अंतिम परिणाम अभी घोषित नहीं हुआ है।
बड़ी संख्या ऐसे छात्रों की है, जिन्होंने पीसीएस-2021 का इंटरव्यू दिया है और 2022 की मुख्य परीक्षा के लिए भी क्वालीफाई किया है। ऐसे में अभ्यर्थियों के लिए चयन के अवसर घटेंगे और पदों का नुकसान भी होगा। ऐसे में पीसीएस-2021 पर हाईकोर्ट के निर्णय का इंतजार किया जाए।
इसके अलावा पीसीएस-2022 की मुख्य परीक्षा के दौरान ही 30 सितंबर को बिहार पीसीएस की परीक्षा प्रस्तावित है, जिसमें उत्तर प्रदेश के हजारों छात्रों को शामिल होना है। वहीं, 20 सितंबर से यूजीनी नेट की परीक्षा शुरू होने जा रही है। अगर पीसीएस-2022 की मुख्य परीक्षा स्थगित नहीं की गई तो बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों को नुकसार होगा। समिति के मीडिया प्रभारी प्रशांत पांडेय ने सीएम से मांग की है कि परीक्षा टाल दी जाए।
यूजीसी नेट हिंदी की परीक्षा तिथि में बदलाव की मांग
सीएमपी डिग्री कॉलेज के पूर्व छात्र परिषद करन सिंह परिहार ने यूजीसी के चेयरमैन को पत्र भेजकर यूजीसी नेट हिंदी विषय की परीक्षा तिथि बदलने जाने की मांग की है। करन का कहना है कि यूजीसी नेट हिंदी विषय की परीक्षा, बिहार की पीसीएस परीक्षा और बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में बीएड सेमेस्टर की परीक्षा की तिथियां आपस में टकरा रहीं हैं। परीक्षार्थियों की समस्या को देखते हुए यूजीसी नेट की परीक्षा प्रस्तावित तिथि 30 सितंबर से आगे बढ़ा दी जाए।