मदरसों का सर्वे एक सामान्य प्रक्रिया है। इसमें मुस्लिम समाज के लोगों को सहयोग करना चाहिए। ये बातें शुक्रवार को प्रदेश मदरसा बोर्ड के चेयरमैन डॉ. इफ्तिखार अहमद जावेद ने मदरसा सर्वे को लेकर ओवैसी बंधुओं की प्रतिक्रिया के जवाब में कहीं।
डॉ. इफ्तिखार ने कहा कि प्रदेश के सभी मदरसे बेहतरीन तरीके से बच्चों को शिक्षित कर रहे हैं। सर्वे के पीछे शासन की मंशा साफ है। सरकार चाहती है कि जो बच्चे गैर मान्यता प्राप्त मदरसों में पढ़ रहे हैं, उन्हें चिह्नित किया जाए। मदरसों में शिक्षा की गुणवत्ता और बच्चों को मिलने वाली सुविधा को बढ़ाया जा सके। भविष्य में बच्चों सरकारी योजनाओं से जोड़ा जा सके।
ओवैसी बंधुओं की टिप्पणी पर डॉ. इफ्तिखार ने कहा कि ये लोग बड़े और खानदानी लोग हैं। इनके बच्चे विदेशों में जाकर शिक्षा लेते हैं। मुस्लिम समाज के आर्थिक रूप से कमजोर बच्चे शिक्षा ग्रहण न कर सकें, इसके लिए ऐसे लोग सियासत कर रहे हैं। मुस्लिम समाज के लोग इनके बहकावे में न आएं। उन्होंने कहा कि पिछले सात सालों ने मदरसों को मान्यता नहीं दी गई। इस सर्वे के माध्यम मदरसों के मान्यता की प्रक्रिया को पूरा करने में मदद मिलेगी।