◾31 अगस्त को बीईओ ने किया था विद्यालय का निरीक्षण
◾ छह सितंबर को शिक्षिका शहनाज हुई थीं निलंबित
जागरण संवाददाता, पकड़ी, सिद्धार्थनगर : उसका बाजार विकास खंड की एक शिक्षिका निलंबन का सदमा बर्दाश्त नहीं कर सकी। गुरुवार को हृदयाघात से उनकी मौत हो गई। हालांकि बेसिक शिक्षा विभाग का कहना है कि शिक्षिका पर कार्रवाई तो करीब माह भर पूर्व हुई थी। उसके चलते शिक्षिका की जान नहीं जा सकती। उसकी वजह कुछ और रही होगी ।
उसका के कंपोजिट विद्यालय देवलहाग्रांट में कार्यरत 55 वर्षीय शिक्षिका शहनाज आरिफ के स्वजन ने आरोप लगाया है कि प्रभारी जिला समन्यवक समेकित शिक्षा विनोद कुमार मिश्र ने बीते 31 अगस्त को उनके विद्यालय का निरीक्षण किया था । एक दिन की अनुपस्थिति पर विभाग ने उन्हें निलंबित कर दिया। इसका आदेश उन्हें छह सितंबर को मिला। इसका सदमा वह बर्दास्त नहीं कर सकीं और सात सितबंर को शिक्षिका को हृदयाघात हुआ । इसके बाद से गोरखपुर में उनका उपचार चल रहा था । उपचार के दौरान गुरुवार को 55 वर्षीया शहनाज की मृत्यु हो गईं। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी देवेन्द्र कुमार पाण्डेय का कहना है कि निरीक्षण के दौरान शिक्षिका अनुपस्थित थीं। उन्होंने उपस्थिति पंजिका में एक दिन का अग्रिम हस्ताक्षर किया हुआ था। यह घोर लापरवाही की श्रेणी में आता है। इसकी रिपोर्ट आने में कई दिन का समय लगा। उसके बाद उन्हें निलंबित किया गया था, लेकिन इस कार्रवाई के करीब माह भर बाद शिक्षिका मौत हुई है। इससे यह नहीं कहा जा सकता कि उसी कार्रवाई के चलते उनकी मौत हुई होगी।