लखनऊ, । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शिक्षक दिवस पर शिक्षकों का आह्वान करते हुए कहा कि हमारे थोड़े से प्रयास से परिवर्तन हो सकता है। मुख्यमंत्री ने सुझाव दिया कि पूर्व छात्रों को जोड़ने के लिए स्कूलों में पुरातन छात्र परिषद बनाई जानी चाहिए। इससे शिक्षा का स्तर सुधारने में मदद मिलेगी।
लोकभवन में सोमवार को बेसिक शिक्षा के 10 शिक्षकों को राज्य पुरस्कार और टॉपर बच्चों के स्कूल के आठ प्रधानाध्यापकों को सम्मानित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पुरस्कार सिर्फ सम्मान नहीं, बल्कि नई जिम्मेदारी है। जितना किया है, अब उससे आगे बढ़कर दूसरों के सामने उदाहरण प्रस्तुत करना है। वर्ष 2017 में कई बेसिक स्कूल बंद होने की कगार पर थे और लोग अपने बच्चों को स्कूल भेजना नहीं चाहते थे लेकिन अब सरकारी स्कूलों में बच्चों की संख्या बढ़ी है। शिक्षा जगत के बदलाव देख कर कह सकते हैं कि भारत विश्वगुरु बनने की ओर अग्रसर है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब हमने सत्ता संभाली थी उस समय परीक्षाएं चल रही थीं। सामूहिक नकल की शिकायतें आ रही थीं। हमने नकल रोकने के आदेश दिए।
तत्कालीन माध्यमिक शिक्षा मंत्री व उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा खुद निरीक्षण के लिए निकले। परिणामस्वरूप नकल पर अंकुश लग पाया और उस वर्ष रिजल्ट थोड़ा खराब रहा। 2018 में कहीं से भी नकल की खबरें नहीं आई।