मऊ। जिले के परिषदीय तथा कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में अब फर्जी शिक्षक नहीं पढ़ा पाएंगे। शासन की नई व्यवस्था के तहत इन स्कूलों में ‘हमारे शिक्षक’ नाम से एक बोर्ड लगेगा। जिस पर विद्यालय में कार्यरत सभी शिक्षकों का विवरण अंकित होगा। 15 दिन के अंदर प्रक्रिया पूरी करने के लिए बीएसए ने सभी बीईओ को निर्देश जारी कर दिया है। जिले में 1208 परिषदीय विद्यालय, रतनपुरा, रानीपुर, मुहम्म्दाबादगोहना, घोसी, कोपागंज कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों में लगभग पांच हजार से अधिक शिक्षक तैनात हैं। कई शिक्षक अपनी जगह दूसरे को पढ़ाने के लिए भेजते हैं। अभिभावकों को शिक्षकों की डिग्री के बारे में पता नहीं चल पाता है। ऐसे में अब विभाग की तरफ से विद्यालयों में ‘हमारे शिक्षक’ नाम से एक बोर्ड लगेगा।
बोर्ड पर शिक्षक का फोटोग्राफ, तैनाती की तिथि, शैक्षिक योग्यता, प्रशिक्षण योग्यता और मानव संपदा आईडी का विवरण होगा। नियम के तहत यह बोर्ड ऐसे स्थान पर लगाया जाएगा कि विद्यालय में प्रवेश करने पर दिखे। इसके लिए प्रत्येक विद्यालय को 500 रुपये की धनराशि स्वीकृत की गई है। यह खर्च कंपोजिट ग्रांट मद व केजीबीवी मेंटेनेंस ग्रांट से किया जाएगा।
एक बोर्ड पर अधिकतम छह शिक्षकों का विवरण होगा। यह बोर्ड 15 दिन क अंदर लगवाना होगा। जिला समन्वयक प्रशिक्षण सीडी यादव ने बताया कि इसके लिए सभी बीईओ को निर्देश दिया गया है। साथ ही प्रक्रिया को 15 दिन के अंदर पूरा करने को कहा गया है।