वाराणसी। पूर्वांचल के छात्रों की शिक्षा की राह अब और आसान होगी पढ़ाई के लिए अब उन्हें दूरदराज नहीं जाना होगा।
राज्य सरकार के प्रस्ताव पर केंद्र सरकार की मंजूरी के बाद सभी बच्चों को प्राथमिक शिक्षा देने के लिए उन
क्षेत्रों में नए विद्यालय खोले जाएंगे, जहां बस्ती से अधिक दूरी पर विद्यालय है। पूर्वांचल के जिलों में सबसे ज्यादा 22 विद्यालय मिर्जापुर में खुलेंगे। सोनभद्र में 14, वाराणसी में दो, जौनपुर व मऊ में एक-एक विद्यालय खुलने की मंजूरी मिली है। इन पांच जिलों में बेसिक शिक्षा परिषद के आठ हजार से ज्यादा विद्यालयों में 10 लाख से ज्यादा छात्र-छात्राएं शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।
लेकिन अभी भी दूरदराज के इलाकों में बड़ी संख्या में ऐसे बच्चे हैं, जिन्हें स्कूल पहुंचने में परेशानी हो रही है।
इधर कई साल पहले से संचालित विद्यालयों के भवनों का पुनर्निर्माण, कायाकल्प आदि चल रहा है, लेकिन केंद्र सरकार ने 40 नए प्राथमिक विद्यालय स्वीकृत किया है।
सेवापुरी व बड़ागांव ब्लॉक में भी खुलेंगे
जिला समन्वयक निर्माण अभय सिंह ने बताया कि जिले में एक विद्यालय मॉडल ब्लॉक सेवापुरी के चकलोला में खुलेगा। वहीं, दूसरे विद्यालय के लिए बड़ागांव के महिमापुर को चयनित किया गया है।
अत्याधुनिक सुविधाएं होगी मुहैया
गांव के गरीब और जरूरतमंद बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के लिए स्थापित होने वाले इन स्कूलों में हर सुविधाएं होंगी। हर नए विद्यालय में दो कमरे, बरामदा, एक प्रधानाध्यापक कक्ष आदि का निर्माण कराया जाएगा। स्कूल में वायरिंग, शौचालय, रसोई घर, सोलर पैनल सिस्टम, मल्टीपल हैंडवाश सिस्टम, सबमर्सिबल से पानी की आपूर्ति और बिजली कनेक्शन की सुविधा भी होगी।
प्रदेश में 91 विद्यालयों को मंजूरी
साल 2012 में बेसिक शिक्षा परिषद के नए विद्यालय खुले थे। अब दस साल बाद प्रदेश में कुल 91 विद्यालयों को खोलने मिला है प्रवेशक कुल परिवारले म को खोल अनुसार एक किलोमीटर की दूरी व 500 की आबादी पर प्राथमिक विद्यालय व तीन किलोमीटर की दूरी व 800 की आबादी पर नए उच्च प्राथमिक विद्यालय खोले जा सकते हैं।