बलरामपुर।
परिषदीय विद्यालयों में शिक्षकों का विवरण शिक्षक बोर्ड पर दर्ज मिलेगा। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में विद्यालय को सामाजिक चेतना केंद्र के रूप में विकसित करने की संकल्पना की गई है। जिसके तहत विद्यालय में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजन के दौरान जनप्रतिनिधि, अधिकारी एवं बुद्धिजीवियों के साथ अभिभावक का स्कूल में आना-जाना लगा रहता है। ऐसे में स्कूल के शैक्षिक माहौल के साथ शिक्षक का विवरण बाहर ही बोर्ड पर दर्ज मिलेगा।
जिले में 1575 प्राथमिक 646 उच्च प्राथमिक एवं कमपोजिट विद्यालय संचालित हैं। इन विद्यालयों में करीब पांच हजार से अधिक शिक्षक कर्मचारी के साथ दो लाख 75 हजार बच्चे अध्ययनरत हैं। वहीं कक्षा छठ से आठ तक के लिए 11 कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय संचालित हैं। तीन स्कूलों में 1100 छात्राएं आवासीय शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। प्राथमिक, उच्च प्राथमिक एवं कमपोजिट विद्यालय के साथ कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में समय-समय पर विभागीय कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। जिसमें क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि, अधिकारी, बुद्धिजीवी व अभिभावक प्रतिभाग करते हैं। इसके साथ ही अभिभावक शिक्षक बैठक विद्यालय प्रबंध समिति की बैठक भी आयोजित की जाती है। विद्यालय का भौतिक परिवेश एवं शैक्षिक वातावरण बच्चों को सीखने की प्रक्रिया में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। शैक्षिक रूप से समृद्ध एवं सशक्त वातावरण जन समुदाय अभिभावकों के मन में विद्यालय के प्रति आकर्षण एवं सम्मान का भाव उत्पन्न कराते हैं। इसी उद्देश से शासन ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत विद्यालय को सामाजिक चेतना केंद्र के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया है। विद्यालयों को सामुदायिक सहभागिता तथा बच्चों के बुनियादी अधिगम मजबूती के लिए निरंतर कार्य किया जा रहा है। कार्य शिक्षक उत्कृष्ट योग्यता एवं शैक्षिक कार्यों में निपुण होते हैं। इसी उद्देश्य से जिले के सभी विद्यालयों में आकर्षक (हमारे शिक्षक) नामक शीर्षक से एक बोर्ड लगाने का निर्देश शासन ने प्रधानाध्यापकों को दिया है।
विद्यालय कैंपस में शिक्षकों के फोटोग्राफ व विवरण होंगे दर्ज
जिले के प्रत्येक प्राथमिक, उच्च प्राथमिक व कमपोजिट एवं कस्तूरबा आवासीय बालिका विद्यालय के मुख्य द्वार पर हमारे शिक्षकों का बोर्ड लगाया जाएगा। बोर्ड में शिक्षकों का फोटोग्राफ, शैक्षिक योगिता, नाम, प्रशिक्षण योगिता, विद्यालय में तैनाती की तिथि, मानव संपदा पोर्टल आईडी आदि विवरण दर्ज होगा। यह बोर्ड शिक्षकों के विशिष्ट पहचान का प्रतीक होगा। प्रति बोर्ड पर बेसिक शिक्षा विभाग 500 रुपए की धनराशि प्रधानाध्यापक को देगा। इसका उपयोग कमपोजिट ग्रांट अथवा केजीबीवी मेंटेनेंस ग्रांट से किया जाएगा।
कोट
प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा ने निपुण भारत अभियान के तहत सभी परिषदीय कस्तूरबा स्कूलों में हमारे शिक्षक नामक शीर्षक का एक बोर्ड लगाने का निर्देश दिया है। जिसमें शिक्षकों का फोटोग्राफ एवं विवरण दर्ज होगा। प्रत्येक विद्यालय में बोर्ड लगाने का निर्देश खंड शिक्षाधिकारियों को दिया गया है। बोर्ड की धनराशि कंपोजिट ग्रांट से खर्च की जाएगी।
कल्पना देवी, बीएसए बलरामपुर