गाजीपुर, जनपद में यूपी बोर्ड परीक्षा की तैयारी शुरू हो गयी है। परीक्षा की पहली कड़ी में केंद्र बनाने की प्रक्रिया में तेजी आने लगी है। डीएम आर्यका अखौरी ने परीक्षा केंद्र बनने वाले विद्यालयों के सत्यापन करने के लिए टीम गठित कर दी गयी है। इसमें तहसील स्तर एसडीएम, सीओ सहित पीडब्लूडी के ईओ को शामिल किया है। टीम के निरीक्षण और रिपोर्ट के बाद बोर्ड की ओर से केंद्र बनाने की प्रक्रिया शुरू होगी।
माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से संचालित यूपी बोर्ड इंटरमीडिएट और हाईस्कूल की बोर्ड परीक्षा कराने को लेकर कवायद शुरू कर दी है। अब वर्ष 2022-23 के बोर्ड परीक्षा केंद्रों के निर्धारण के लिए कार्य शुरू हो गया है। इसमें 880 मान्यता प्राप्त, 96 एडेड सहित 28 राजकीय विद्यालयों को पहले चरण में परिषद की ओर से विद्यालयों का सत्यापन कराया जा रहा है। इसके बाद रिपोर्ट परिषद को जाएगी। वहां से फिर परीक्षा के लिए आवेदन मांगा जाएगा। रिपोर्ट के आधार पर दोबारा डीएम की निगरानी में गठित त्रिस्तरीय कमेटी विद्यालयों की जांच करेगी। फिलहाल पहले चरण में जांच टीम सत्यापन के लिए विद्यालयों पर 29 सितंबर से पहुंचना शुरू कर देगी। गठित टीम वहां जाकर विद्यालय में मौजूद व्यवस्था जैसे बैठने की व्यवस्था, बाउंड्रीवाल, पेयजल, शौचालय, आवागमन के मार्ग, विद्यालय में सीसी कैमरा बिजली की व्यवस्था सहित अन्य बिंदुओं की जांच की जा रही है। इसके बाद रिपोर्ट माध्यमिक शिक्षा विभाग कार्यालय को भेजी जाएगी। इसके बाद परीक्षा केंद्रों का आवेदन करने वाले विद्यालयों की वही रिपोर्ट माध्यमिक शिक्षा परिषद भेजेगा। उसके बाद डीएम के निगरानी में गठित त्रिस्तरीय कमेटी नामित केंद्र पर जाएगी। फिर परीक्षा केंद्र बनाने की पूरी प्रक्रिया को अंतिम रूप दिया जाएगा। जिला विद्यालय निरीक्षक अशोकनाथ तिवारी ने बताया कि जनपद में पहली बार सत्यापन टीम में सीओ को सम्मलित किया गया है। पहले चरण के सत्यापन के बाद विद्यालयों से परीक्षा केंद्र के लिए आवेदन मांगे जाएंगे। परिषद के निर्देश पर बोर्ड परीक्षा को लेकर अन्य तैयारियां भी शुरू हो गयी है।