वर्तमान में परिषदीय शिक्षकों पर कार्यवाही सामन्य बात होती जा रही है | इसी क्रम में विद्यालय बंद करते समय कुछ बिन्दुओं की उपेक्षा आपको कार्यवाही की जद में ला सकती हैं |
विद्यालय बंद करने हेतु कौन है अधिकृत-विद्यालय का संस्था प्रमुख विद्यालय का प्रधानाध्यापक होता है और विद्यालय के विभिन्न दायित्व प्रधानाध्यापक के होते है | यद्यपि प्रधानाध्यापक महोदय यह दायित्व सभी कक्षाध्यापकों को दे सकते है परन्तु अंत में स्वयं एक बार जरुर देख लें |
विद्यालय बंद करते समय रखें इन बातों का ध्यान –
ध्यान दे की कोई बच्चा कक्षा में सोया तो नहीं है| प्रायः छोटे बच्चे कक्षा में कक्षा या बेंच पर सो जाते है तो कक्षा में पीछे जरुर चेक कर लें | अगर ऐसा होता है और कोई बच्चा कक्षा में बंद हो जाता है तो निश्चित सभी अध्यापको पर कार्यवाही हो सकती है|
यह भी देख लें कि कोई जानवर अथवा कुत्ता तो कक्षा में नहीं है | कई बार ऐसा होता है कि कुत्ते कक्षा में बंद हो जाते है और रात में चिल्लाने पर ग्रामीण स्कूल खुलवा कर निकलवाते है और उच्च अधिकारीयों को शिकायत भी करते है तो इसको ध्यान दें कि कोई जानवर विद्यालय में बंद न हो|