लखनऊ। परिषदीय स्कूलों में शैक्षिक सुधार के लिए विकासखंड स्तर पर तैनात अकादमिक रिसोर्स पर्सन्स (एआरपी) अब अपने क्षेत्र के दस विद्यालयों को ‘निपुण विद्यालय के रूप में विकसित करेंगे। इसके लिए तय मानकों को उन्हें दिसंबर 2023 तक पूरा करना होगा। इस पहल के जरिए अन्य शिक्षकों के समक्ष एक आदर्श उदाहरण प्रस्तुत किया जाएगा। साथ ही निपुण लक्ष्य की समयबद्ध प्राप्ति के लिए उन्हें प्रेरित किया जा सकेगा। वर्तमान में प्रत्येक विकासखंड में 15 एआरपी होते हैं। इस तरह पूरे प्रदेश में करीब 4400 एआरपी हैं।
इस संबंध में महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने सभी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को पत्र भेजा है। महानिदेशक के अनुसार प्रत्येक एआरपी अपने विकासखंड के 10 विद्यालयों का चयन कर 10 नवंबर, 2022 तक सूची बीएसए के माध्यम से राज्य परियोजना कार्यालय को भेजेंगे। चयनित विद्यालय शिक्षक संकुल विद्यालयों के अतिरिक्त होंगे।
होंगे ये कार्यक्रम
चयनित विद्यालयों में कक्षा 3 तक के सभी विद्यार्थियों द्वारा कक्षानुरूप निर्धारित दक्षताएं प्राप्त की जाएंगी भाषा व गणित विषयों का शिक्षण योजना के अनुरूप कक्षा शिक्षण कार्य सुनिश्चित कराया जाएगा। दैनिक, साप्ताहिक पाठ योजना भी पूरी करनी होगी। प्रतिदिन बच्चों के साथ एक गतिविधि अवश्य कराई जाएगी। विद्यालयों की समय सारिणी बनाकर शिक्षण कार्य सुनिश्चित किया जाएगा। शिक्षकों के साथ वार्ता करके अग्रिम रणनीति विकसित की जाएगी। शैक्षणिक सामग्री जैसे आधारशिला क्रियान्वयन संदर्शिका, प्रिंटरिच सामग्री, पुस्तकालय की पुस्तकें, निपुण लक्ष्य तालिका, सूची, गणित किट, ब्ल्यूटूथ इनेबल्ड स्पीकर, खेल सामग्री आदि के प्रयोग के लिए शिक्षकों को प्रेरित किया जाएगा।