झांसी पूछ इलाके में बृहस्पतिवार सुबह हुए दर्दनाक हादसे में स्कूल जाते समय मासूम बच्ची की बस से दबकर मौत हो गई। बस का दरवाजा बंद न होने से यह हादसा हुआ। हादसे के बाद भी चालक ने बस नहीं रोकी यह बस लेकर स्कूल पहुंच गया। उधर परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने विद्यालय प्रबंधक धर्मेंद्र सोनी एवं चालक भरत लाल के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज करके प्रबंधक को हिरासत में ले लिया है। चालक की तलाश की जा रही है।
पुलिस के मुताबिक मूल रूप से जलीन निवासी एहसान खान कस्बे में आटा चक्को चलाते हैं। उनकी आठ वर्षीय पुत्री तहसीम एरच रोड स्थित विनायक पब्लिक स्कूल में कक्षा तीन की छात्रा थी वृहस्पतिवार सुबह करीब साढ़े सात बजे वह स्कूल बस से जा रही थी तहसीम कंडक्टर सीट के पास बैठी थी। तेज रफ्तार से अस एच सर्विस रोड से नीचे उतर रही थे, उसी समय ड्राइवर ने अचानक ब्रेक लगाया ब्रेक लगने पर तहसीम संभल नहीं सकी। बम का गेट खुला होने से वह उछलकर नीचे जा गिरी और पिछले पहिये की चपेट में आ गई इर ने गाड़ी नहीं रोकी और वहां से भागकर सीधे स्कूल पहुंच गया। मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों ने तहसीम को मृत घोषित कर दिया। उधर, हादसे की सूचना मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया थाना प्रभारी सुरेंद्र कुमार सिंह के मुताबिक पिता की तहरीर पर प्रबंधक धर्मेंद्र सोनी चालक भरत लाल के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। चालक की तलाश में पुलिस जुटी है। बच्ची के परिजनों का कहना है कि बस चालक के पास वाहन चलाने का लाइसेंस ही नहीं था। इसके बावजूद प्रबंधन ने उसे रखा था। इसके बस में कोई कंडक्टर नहीं था। रोजाना बस से 19-20 बच्चे स्कूल जाते हैं। उनके चढ़ने के दौरान बस का दरवाजा बार-बार खोलना न पड़े, इसलिए बस के दरवाजे को रस्सी लगाकर हमेशा के लिए खोल दिया गया था। यही हादसे की वजह बना तहसीम के परिजनों के मुताबिक बम भी कंडम थे। इसकी कई बार स्कूल प्रबंधन से शिकायत की गई लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया गया।