ऊंचागांव क्षेत्र के गांव पीतमपुर संवलियन विद्यालय का भवन जर्जर हो गया है।
है। इसमें नौनिहाल डर के साथ के बीच पढ़ने के लिए मजबूर जिसकी शिकायत अभिभावकों ने अनेकों बार क अधिकारियों से की है। लेकिन किसी के द्वारा सुध नहीं लिए जाने पर शनिवार को उन्होंने विभाग के खिलाफ प्रदर्शन किया। ग्रामीणों का कहना है कि शिक्षा प्रणाली में सुधार लाने के लिए केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकार तक एड़ी चोटी की जोर लगा रही हैं। इसके बावजूद सरकारी स्कूलों की स्थिति दयनीय बनी हुई है। गांव पीतमपुर संबलियन विद्यालय में 107 छात्र पंजीकृत जर्जर भवन में पढ़ने के लिए मजबूर है। शनिवार को अभिभावकों ने स्कूल पहुंच कर शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए आरोप लगाया है कि करीब 16 वर्ष पूर्व बने स्कूल भवन निर्माण में घटिया सामग्री का प्रयोग कर बनाया गया था स्कूल के कमरों की छत से प्लास्टर छात्रों के ऊपर गिर रहा है, जिससे आए दिन छात्र चोटिल होते रहते हैं। दो कमरों में पानी टपक रहा है। ग्रामीण अमर सिंह, अनिल कुमार, राहुल राघव हरकेश सिंह, मामचंद और मदन सिंह मौजूद रहे। स्कूल के प्रधानाध्यापक साजिद अली का कहना है कि एक वर्ष पूर्व खंड शिक्षा अधिकारी को पत्र देकर जर्जर भवन की हालत से अवगत करा चुका है। लेकिन कोई सुनने के लिए तैयार नहीं है।