बलिया। फर्जी अंक पत्र के आधार पर नौकरी करने वाले एक सहायक अध्यापक के वेतन भुगतान पर डीआईओएस ने रोक लगा दी। शिकायत पर हुई जांच में मामला सही पाया गया।
इसके अलावा, वित्त एवं लेखाधिकारी आनंद कुमार के नेतृत्व में तीन सदस्यीय जांच कमेटी का नगठन किया गया है। इसमें जीआईसी अछईपुर के प्रधानाचार्य प्रफुल्ल श्रीवास्तव और जीआईसी संदधापुर की प्रधानाचार्य डॉ. कंचन सिंह को शामिल किया है। डीआईओएस ने जांच टीम से 15 दिन के अंदर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है।
सोमवार को जारी निर्देश में डीआईओएस रमेश कुमार सिंह ने बताया कि श्रीविश्वनाथ तिवारी
उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नौहपुर के सहायक अध्यापक (कला) ब्रजेश कुमार पांडेय मृतक आश्रित कोटे के तहत नौकरी पाई है।
शिकायत मिली थी कि नियुक्ति के समय सहायक अध्यापक ने इंटरमीडिएट का कूटरचित प्रमाणपत्र जमा किया था। इस संबंध में हुई प्रारंभिक जांच में प्रमाणपत्र के कूटरचित होने की पुष्टि हुई है। इसलिए सहायक अध्यापक का वेतन भुगतान तत्काल प्रभाव से रोक दिया गया है। तीन सदस्यीय कमेटी की जांच होने तक वेतन पर रोक लगी रहेगी।