लखनऊ। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद ने मुख्यमंत्री से जुलाई से बढ़े महंगाई भत्ते (डीए), बोनस व अक्तूबर के वेतन का भुगतान दीपावली से पहले करने की मांग की है। दारुलशफा में रविवार को परिषद की केंद्रीय कार्यकारिणी की बैठक में कर्मचारियों की मांगों पर कार्यवाही न होने पर रोष जताया गया।
अध्यक्ष जेएन तिवारी की अध्यक्षता में हुई बैठक में संविदा कर्मचारियों के नियमितीकरण, आउटसोर्स कर्मचारियों की सेवा का संरक्षण व वेतन बढ़ाने, आश्रम पद्धति विद्यालयों में कार्यरत संविदा शिक्षकों को नियमित करने जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई।
वेतन समिति 2016 की संस्तुतियों पर निर्णय, केंद्रीय कर्मचारियों की पेंशन से संबंधित संशोधनों को लागू करने, संविदा कर्मियों को चिकित्सीय अवकाश और शिक्षणेतर कर्मियों को सेवानिवृत्ति के समय अवकाश नकदीकरण की सुविधा देने जैसे मुद्दे भी उठाए गए। बैठक में संयुक्त सचिव अरुणा शुक्ला, एनएचएम कर्मचारी संघ, समाज कल्याण जनजाति विकास आरएटीएस संविदा शिक्षक संघर्ष मोर्चा को परिषद से संबद्ध करने व शाहजहांपुर की जिला इकाई के गठन को मंजूरी दी गई।
कर्मचारी जागरण अभियान 15 नवंबर से
परिषद के उपाध्यक्ष नारायण दुबे व महामंत्री निरंजन श्रीवास्तव ने बताया कि 15 नवंबर से कर्मचारी जागरण अभियान शुरू किया जाएगा। इसमें मंडलीय सम्मेलन होंगे। ये सम्मेलन 22 जनवरी चलेंगे। इस दौरान कर्मचारियों को आंदोलन के लिए तैयार किया जाएगा। 29 जनवरी को लखनऊ में फिर से केंद्रीय कार्यकारिणी की बैठक होगी, जिसमें आगे की रणनीति तैयार की जाएगी। उन्होंने संविदा कर्मियों व शिक्षकों के लिए भी बोनस की मांग की।