मेरठ जनपद में हस्तिनापुर क्षेत्र के भीमकुंड गंगा घाट पर आज यानी मंगलवार सुबह करीब आठ बजे बड़ा हादसा हो गया। हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि एक दर्जन लोगों को बचा लिया गया।अभी कई लोग लापता हैं, जिनकी तलाश में पुलिस और एनडीआरएफ की टीम लगी हुई है। वहीं डीएम और एसएसपी भी दिनभर मौके पर पर ही नजर रखे हुए थे।
बताया गया कि करीब दो दर्जन लोग नाव से गंगा पार कर रहे थे, इसी दौरान नाव गंगा में डूब गई। नाव के गंगा में डूबते ही हाहाकार मच गया। वहीं आनन-फानन कुछ लोगों को बचा लिया गया, लेकिन कई लोग अभी लापता है। वहीं गंगा में हुए हादसे की खबर से शासन-प्रशासन के अधिकारियों में हड़कंप मचा है।
मुख्यमंत्री ने नाव हादसे का लिया संज्ञान
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेरठ नाव हादसे का संज्ञान लिया है। मुख्यमंत्री ने मौके पर मौजूद सभी अधिकारियों को राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही जिलाधिकारी, पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी और एनडीआरएफ की टीम को मौके पर जाकर राहत कार्य को युद्धस्तर पर कराने के निर्देश दिए हैं।
सीएम योगी द्वारा दिए गए निर्देश के बाद जिलाधिकारी दीपक मीणा, एसएसपी रोहित सिंह सजवान, एसडीएम अखिलेश यादव, तहसीलदार आकांक्षा जोशी साहित दर्जनों अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं। उधर, बिजनौर की ओर मुरादाबाद से गोताखोर बुलाए गए। एसडीएम चांदपुर और सीओ चांदपुर भी मौके पर मौजूद हैं। अधिकारी राहत-बचाव कार्य शुरू कराने का प्रयास कर रहे हैं। उधर, राज्य मंत्री दिनेश खटीक ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। वहीं पूर्व विधायक योगेश वर्मा भी घटनास्थल पर पहुंचे और पीड़ित लोगों से पूछताछ की।
मृतक के परिवार को दी जाएगी चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता
जिलाधिकारी दीपक मीणा ने कहा कि इस हादसे में घायल हुए लोगों को प्राथमिकता से इलाज दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अभी तक इस हादसे में मोनू राणा नाम के युवक की मौत की पुष्टि हुई है।
डीएम ने कहा कि मोनू के परिवार की आर्थिक स्थिति को देखते हुए तत्काल चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जा रही है। उन्होंने बताया कि मोनू का पोस्टमार्टम करा दिया गया है और शव को परिजनों को सौंप दिया गया है। उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार को हर संभव मदद का आश्वासन दिया गया है। वहीं गंगा में डूबे अन्य लोगों की भी तलाश की जा रही है।
ऐसे हुआ था हादसा
हस्तिनापुर क्षेत्र के भीमकुंड गंगा घाट पर पुल की एप्रोच रोड टूटने से गंगा में अवैध नाव संचालन किया जा रहा था। मंगलवार सुबह करीब दो दर्जन लोगों और एक दर्जन मोटरसाइकिल से भरी नाव बीच गंगा की धारा में पहुंची तो नाव का बैलेंस बिगड़ गया। इस दौरान नाव गंगा की धारा में समा गई।
वहीं स्थानीय लोगों की मदद से दर्जनों लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया, लेकिन कई लोग गंगा में डूब गए। उधर, मामले की सूचना पर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस के अलावा आसपास के सैकड़ों लोग भी घटनास्थल पर पहुंचे।
बताया गया कि हादसे के करीब तीन घंटे बाद राहत-बचाव कार्य शुरू किया गया। इसी बात को लेकर स्थानीय लोगों में रोष है। वहीं गंगा में डूबे लोगों के परिजन गंगा के किनारे पर विलाप कर रहे हैं। वे अपने परिवार के लोगों को ढूंढने की लगातार मांग कर रहे हैं।
नाव हादसे में इनको सुरक्षित बचाया
- अमरीश पुत्र प्रेम सिंह दरियापुर
- अरुण पुत्र हरिराम
- इजराइल पुत्र रहीस
- मनीष पुत्र हरनारायण
- रवींद्रा पत्नि धर्मचंद
- सोहन पाल पुत्र रिंकू
- देवेंद्र पुत्र संता सिंह
- लिकन पाल पुत्र प्रीतम सिंह
- सोनू चौहान
- अंकित चौहान
वहीं, हस्तिनापुर निवासी अध्यापक महेश चंद पुत्र बलवंत अभी लापता हैं। महेश की पत्नी सरोज ने बताया कि वह जलीलपुर ब्लॉक के धीवर पूरा गांव में अध्यापक थे। वे रोजाना सुबह स्कूल के लिए जाते थे।
मोनू शर्मा का मिला शव
अभी तक राहत-बचाव में मोनू शर्मा निवासी जानी का शव मिला है। मोनू टावर लगाने का काम करता था। जिलाधिकारी दीपक मीणा ने बताया कि 12 लोग अभी तक सुरक्षित बच चुके हैं।