भनवापुर । ब्लॉक के भरवठिया बाजार गांव स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के निर्माण के बाद इसकी रंगाई-पुताई या मरम्मत का कार्य नहीं हुआ है। विद्यालय में 205 विद्यार्थी पढ़ते हैं। बारह वर्ष पूर्व बने इसे विद्यालय की बीम झुक गई है। फर्श टूट गया है और बारिश के दौरान छत टपकती है। इससे दुर्घटना की आशंका रहती है।
राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय भरवठिया बाजार का निर्माण वर्ष 2010 में हुआ था। विद्यालय में छह महिला शिक्षक तैनात हैं। अक्तूबर के पहले सप्ताह में आई भीषण बाढ़ के दौरान भूतल पर करीब पांच फीट पानी भर जाने के कारण स्कूल के अभिलेख व फर्नीचर सड़ गए हैं। बाढ़ के बाद विद्यालय खुला तो पता चला कि प्रथम तल के सभी कमरों की बीम झुक गई है। दरार पड़ जाने के कारण हैं। छत टपक रही है। फर्श व खिड़की, दरवाजे सब टूट चुके अभिभावक वसीम, कृष्णा गुप्ता, दिनेश कुमार, रजीउद्दीन, राम संवारे, घनश्याम, नरसिंह दूबे ने कहा कि इस विद्यालय में गेट नहीं है। परिसर में छुट्टा पशु घुस कर नुकसान पहुंचाते रहते हैं।
शौचालय निष्प्रयोज्य होने के कारण बालिकाओं के साथ ही महिला शिक्षिकाओं को भी परेशानी होती है। स्कूल का भवन जर्जर होने के कारण बच्चों को स्कूल भेजने में डर लगता है।
विद्यालय की प्रधानाध्यापिका रेखा देवी ने बताया कि बाढ़ के बाद स्कूल की स्थिति देखने के बाद बच्चों को कमरों में पढ़ाने से डर लगता है। स्कूल के जर्जर भवन की मरम्मत व रंगाई-पुताई कराने के लिए विभाग के जिम्मेदारों को पत्र के माध्यम से अवगत करा दिया गया है.
पिलर गिरने से हुई थी तीन बाढ पीड़ितों की मौत
क्षेत्र के भरवठिया मुस्तकहम में बाढ़ के दौरान 17 अक्तूबर को विवाह घर का पिलर गिरने से उसमें चार लोग दब गए थे। तीन लोगों की मौत हो गई थी, जबकि घायल एक व्यक्ति की जान बच गई थी।
बोले जिम्मेदार
विद्यालय के जर्जर होने की जानकारी है, मरम्मत कराने के लिए विभाग से रुपये की मांग की गई है। बजट मिलने के बाद मरम्मत का कार्य कराया जाएगा। अवधेश नारायण मौर्य, जिला विद्यालय निरीक्षक