ज्ञानपुर। गुलाबी ठंड शुरू हो गई है, लेकिन परिषदीय विद्यालय में पढ़ने वाले 22 हजार बच्चों को स्वेटर, यूनिफार्म का पैसा नहीं मिल सका है। आधार नंबर पोर्टल पर लिंक न होने से अभिभावकों की चिंता बढ़ गई है। साढ़े आठ हजार खातों में तकनीकी खामी के कारण रकम नहीं पहुंच सकी है।
जिले के 892 प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक और कंपोजिट विद्यालय में एक लाख 95 हजार बच्चे पंजीकृत हैं। जहां कक्षा एक से आठ तक के बच्चों को सरकार दो जोड़ी ड्रेस, एक स्वेटर, एक जूता, दो जोड़ी मोजे और एक बैग प्रदान करती है। अब तक यह राशि विद्यालय प्रबंध समिति के खाते में भेजी जाती थी। कोरोना संक्रमण काल से सरकार ने सीधे अभिभावकों के बैंक खाते में यह राशि भेजने की व्यवस्था की है। अगस्त से शुरू हुए अभियान को करीब ढाई महीने गुजर गए। विभाग का दावा है कि तीन चरणों में एक लाख 72 हजार से अधिक बच्चों के अभिभावक के खाते में रकम डीबीटी कर दी गई। आंकड़े पर गौर करें तो अब भी 22 हजार 262 बच्चों के अभिभावक के खाते में अभी रकम नहीं गई। इसके पीछे आधार नंबर लिंक न होना बताया गया। इसी तरह खाता संख्या सहित अन्य अभिलेखीय त्रुटियों के कारण साढ़े आठ हजार खातों से पैसा वापस हो गया।
बीएसए भूपेंद्र नारायण सिंह ने बताया कि तीन चरणों में एक लाख 72 हजार से अधिक अभिभावक के खाते में डीबीटी की गई है। खंड शिक्षा अधिकारी, प्रधानाध्यापकों के माध्यम से शेष बच्चों के आधार नंबर पोर्टल पर लिंक कराया जा रहा है। आधार लिंक होने पर डीबीटी शासन स्तर से कर दी जाएगी।