श्रावस्ती : विद्यालयों के शिक्षण कार्य में सुधार लाने के लिए सरकार अब स्वयंसेवी लोगों की मदद लेगी। इसके तहत परिषदीय प्राथमिक, उच्च प्राथमिक विद्यालयों व कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में शिक्षक साथी तैनात किए जाएंगे। यह कार्य इच्छुक सेवानिवृत्त शिक्षकों से लिया जाएगा। प्रमुख सचिव दीपक कुमार ने इस संबंध में डीएम को पत्र भेजा है।
शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार की ओर से सरकारी विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए विद्यांजलि योजना शुरू की गई है।
इसका उद्देश्य स्वयंसेवी लोगों की मदद से विद्यालयों में शिक्षण कार्य में सुधार लाना है। इसी के तहत प्रदेश सरकार ने परिषदीय प्राथमिक, उच्च प्राथमिक व कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में अतिरिक्त अकादमिक समर्थन प्रदान करने के उद्देश्य से इच्छुक सेवानिवृत्त परिषदीय शिक्षकों
का सहयोग शिक्षक साथी के रूप में लेगी। शिक्षक साथियों के समूह का गठन किया जाएगा। सेवानिवृत्त होने के 70 वर्ष की उम्र तक के शिक्षक रखे जाएंगे। इनका कार्यकाल एक वर्ष का होगा ।
मानदेय के रूप में इन्हें मोबिलिटी भत्ता ढाई हजार रुपये प्रतिमाह दिया जाएगा। चयनित सभी शिक्षक साथी एक माह की कार्य योजना व भ्रमण कार्यक्रम जिला समन्वयक प्रशिक्षण के माध्यम से बीएसए तथा डायट प्राचार्य को हर माह की 28 तारीख तक उपलब्ध कराएंगे। शिक्षक साथियों की ओर से हर माह कम से कम 30 विद्यालयों का प्रेरणा एप से आनलाइन सपोर्टिंग सुपरविजन किया जाएगा। अपनी आख्या बीएसए और डायट प्राचार्य को देनी होगी ।