वाराणसी। परिषदीय स्कूलों में पठन-पाठन से जुड़ी परेशानियां थमने का नाम नहीं ले रही हैं। जिले में संचालित 100 से अधिक परिषदीय स्कूलों में प्रधानाध्यापकों की तैनाती न होने से बच्चों की पढ़ाई दांव पर । इसके साथ ही करीब 100 विद्यालयों में शिक्षकों की कमी से बच्चों को पढ़ाई में अड़चन आ रही है। इनमें बीते छह सालों से पदोन्नति प्रक्रिया अटकी पड़ी है। इस कारण योग्यता पूरी करने के बाद भी स्कूलों में तैनात सहायक अध्यापकों को खाली पदों पर तैनाती नहीं मिल पा रही है।
प्रधानाध्यापकों की तैनाती न होने वाले विद्यालयों में संचालन को पूरी जिम्मेदारी सहायक अध्यापकों को संभालनी पड़ रही है। इसके लिए उन्हें कोई अतिरिक्त भत्ता भी नहीं दिया जाता है। जिले में 1144 परिषदीय स्कूल चल रहे हैं। जूनियर हाईस्कूलों में भी प्रधानाध्यापकों की कमी है। इन स्कूलों में कहीं इंचार्ज प्रधानाध्यापक की जिम्मेदारी संभाले हैं तो कहीं सहायक अध्यापक हैं।