प्रदेश के राजकीय महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर के 356 पदों पर भर्ती की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी। उच्च शिक्षा निदेशालय ने रिक्त पदों का अधिचायन शासन को भेज दिया है। शासन यह अधियाचन उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) को भेजेगा, जिसके बाद आयोग भर्ती के लिए विज्ञापन जारी करेगा।
अभ्यर्थी दो साल से राजकीय महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर की नई भर्ती शुरू होने का इंतजार का रहें हैं। इससे पूर्व असिस्टेंट प्रोफेसर के 128 पदों पर सीधी भर्ती के लिए वर्ष 2020 में विज्ञापन जारी किया गया था। इसकी स्क्रीनिंग परीक्षा 15 मार्च 2022 को हुई थी, जिसके लिए 49306 अभ्यर्थियों ने आवेदन किए थे और इनमें से 24950 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए थे।
असिस्टेंट प्रोफेसर-2020 की भर्ती में अर्थशास्त्र, इतिहास, उर्दू, अंग्रेजी, गृह विज्ञान, जंतु विज्ञान, दर्शनशास्त्र, भूगोल, भौतिक विज्ञान, मनोविज्ञान, रसायन विज्ञान, राजनीतिशास्त्र, वनस्पति विज्ञान, वाणिज्य, शिक्षा शास्त्र, समाज शास्त्र, संस्कृत, हिंदी एवं गणित विषय शामिल थे। अभ्यर्थियों को अब अगली भर्ती परीक्षा का इंतजार है, जिसके लिए पदों का अधियाचन शासन को भेजा चुका है।
उच्च शिक्षा निदेशालय के सूत्रों के अनुसार राजकीय महाविद्यालयों में नई भर्ती के लिए असिस्टेंट प्रोफेसर के 356 पदों का अधियाचन शासन को भेजा गय है। अब शासन स्तर से इन पदों का अधियाचन उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग को भेजा जाएगा। इसके बाद आयोग विज्ञापन जारी कर आवेदन की प्रक्रिया शुरू करेगा। इस पूरी प्रक्रिया में तीन से चार माह का वक्त लग सकता है।
अशासकीय कॉलेजों में भर्ती के लिए परीक्षा का इंतजार
प्रदेश के अशासकीय सहायता प्राप्त महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर के 981 पदों पर भर्ती के लिए आवेदन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। आवेदन की अंतिम तिथि 31 अगस्त थी। एक माह का समय बीत चुका है और उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग ने अभी लिखित परीक्षा की तिथि घोषित नहीं की है। अभ्यर्थियों को परीक्षा तिथि घोषित होने का इंतजार है। इस बार अभ्यर्थियों ने आयोग में ज्ञापन देकर यह मांग भी की है कि प्रयागराज के साथ प्रदेश के अन्य जिलों में भी परीक्षा केंद्र बनाए जाएं। परीक्षा के लिए 1.14 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किए