गौरीगंज (अमेठी)। शनिवार से शुरू हुई प्रारंभिक पात्रता परीक्षा के पहले दिन अव्यवस्था का आलम रहा। पहले दिन परीक्षा में शामिल होने आने वाले परीक्षार्थियों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी। पहले दिन नौ परीक्षा केंद्रों पर पंजीकृत 9,648 परीक्षार्थियों में से महज 6,404 परीक्षार्थी ही परीक्षा देने पहुंचे। 3244 परीक्षार्थियों ने परीक्षा से किनारा कर लिया। डीआईओएस डॉ. उदय प्रकाश मिश्र ने बताया दोनों पाली में 4,824-4,824 परीक्षार्थी पंजीकृत थे और सभी केंद्रों पर उनके यहां आवंटित परीक्षार्थी संख्या के आधार पर व्यवस्था की गई थी।
लंबी दूरी तय कर केंद्र तक पहुंचे परीक्षार्थी
प्रारंभिक अर्हता परीक्षा के लिए बनाए गए केंद्रों पर पहुंचने के लिए परीक्षार्थियों को विभिन्न प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ा। जिले के लिए ट्रेन व बस की व्यवस्था न होने के चलते परीक्षार्थी अेयोध्या व प्रतापगढ़ जिलों से होकर केंद्र तक पहुंचे। परीक्षा न छूट जाए इसके लिए शुक्रवार को ही घर से निकले परीक्षार्थियों ने जिले के रेलवे स्टेशनों पर रात गुजारी। बड़ी संख्या में परीक्षार्थी केंद्रों के बाहर खड़े होकर परीक्षा के समय का इंतजार करते रहे।
परीक्षार्थियों के लिए लगाई गई थीं 33 बसें
अमेठी। जिले में बनाए गए परीक्षा केंद्रों पर अंबेडकरनगर और प्रयागराज के 19296 परीक्षार्थी 15 और 16 अक्तूबर को दोनों पाली में परीक्षा देंगे। शासन के निर्देश पर परीक्षार्थियों को किसी तरह की असुविधा न हो इसको लेकर परिवहन निगम अमेठी की 33 बसें लगाई गई थीं। संचालन प्रभारी जीएन द्विवेदी ने बताया कि दो दिनों में अकबरपुर से 10,000 तथा प्रयागराज से 9296 परीक्षार्थी जिले में परीक्षा देने आएंगे। बताया कि सुबह सुल्तानपुर से होकर आए परीक्षार्थियों को लाने के लिए अतिरिक्त बसें लगाई गई थीं। डिपो की बसें बस स्टेशन के अलावा जायस, जामो, गौरीगंज तक सभी परीक्षार्थियों को छोडने के लिए भेजी गईं। कहा कि मांग बढ़ने पर और बसें लगाई जाएंगी। (संवाद)
सुलतानपुर होकर पहुंचे गौरीगंज
अंबेडकर नगर निवासी देवेंद्र कुमार का परीक्षा केंद्र शहर स्थित रणंजय इंटर कॉलेज था। इन्हें यहां तक पहुंचने में काफी कठिनाई झेलनी पड़ी। इनके अनुसार शनिवार की सुबह 4:30 बजे के करीब वह घर से परीक्षा देने के लिए निकले। गौरीगंज पहुंचने के लिए सीधा साधन नहीं होने की वजह से पहले सुलतानपुर आए। वहां पर करीब एक घंटे बाद गौरीगंज के लिए बस मिली। बमुश्किल समय पर केंद्र पहुंचे।
ट्रेन व बस का लिया सहारा
प्रयागराज में प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे अंबेडकर नगर निवासी मनीष यादव ने बताया कि वह सुबह 5:30 बजे बस से प्रतापगढ़ पहुंचे। यहां से गौरीगंज के लिए बस सेवा न होने के चलते रेलवे स्टेशन से ट्रेन का सहारा लिया। कठिनाइयां झेलते हुए सुबह सुबह 8:50 बजे आईजीपीजी कॉलेज परीक्षा केंद्र पहुंचे।
अयोध्या पहुंचे पर गौरीगंज के लिए मिली बस
प्रारंभिक परीक्षा में शामिल होने के लिए अंबेडकर नगर निवासी राम अचल घर से सुबह चार बजे निकले। गौरीगंज व सुलतानपुर के लिए उनके गांव से सीधा बस सेवा न होने के चलते वे पहले अयोध्या गए। वहां से सुलतानपुर होते हुए गौरीगंज पहुंचे। बताया कि साधन की व्यवस्था न होने के चलते परीक्षा छूट जाने का भय बना हुआ था।
रेलवे स्टेशन पर गुजारी रात
प्रयागराज जिला मुख्यालय से 60 किमी दूर कोराव निवासी अमित यादव शुक्रवार को ही परीक्षा में शामिल होने के लिए घर से निकल पड़े। वे देर रात अमेठी रेलवे स्टेशन पर पहुंचे। रेलवे प्लेटफार्म पर पूरी रात बिताई। सुबह वह रणंजय इंटर कॉलेज परीक्षा केंद्र पर पहुंचे।
प्रतापगढ़ से गौरीगंज पहुंचने में हुई परेशानी
प्रयागराज निवासी रमेश कुमार पीईटी परीक्षा में शामिल होने के लिए शुक्रवार की शाम पांच बजे घर से निकल पड़े। बस व टेंपो का सहारा लेते हुए प्रतापगढ़ पहुंचे। लेकिन प्रतापगढ़ से जिले के लिए साधन की व्यवस्था न होने से परेशानी बढ़ गई। परेशानियों को झेलते हुए देर रात अमेठी शहर पहुंचे। इसके बाद वह रेलवे स्टेशन पर रात बिताई। सुबह परीक्षा केंद्र पर पहुंचे।
बाइक से तय किया रास्ता
प्रयागराज निवासी सौरभ वर्मा को आईजीपी कॉलेज परीक्षा केंद्र मिला था। इन्हें द्वितीय पाली की परीक्षा में शामिल होना था। ऐसे में सुबह करीब नौ बजे बाइक से परीक्षा देने के लिए घर से निकले। दोपहर 12 बजे परीक्षा केंद्र पर पहुंचकर चस्पा सूची में अपने कक्ष की जानकारी ली।
बस, टेंपो फिर रिक्शा से पहुंचे परीक्षा केंद्र
शनिवार की सुबह 4:30 बजे प्रयागराज निवासी ऋषिकेश घर से परीक्षा देने के लिए निकले। वह बस से प्रतापगढ़ पहुंचे। यहां से इन्हें परीक्षा केंद्र तक पहुंचने में काफी परेशानियां झेलनी पड़ी। प्रतापगढ़ से टेंपों बुक कर अमेठी पहुंचे। इसके बाद अमेठी से ई-रिक्शा से परीक्षा केंद्र तक आना पड़ा।
प्रसाधन व पेयजल की भी रही परेशानी
तकरीबन सभी केंद्रों पर पहुंचे परीक्षार्थियों ने बताया कि उन्हें केंद्र पर पेयजल व प्रसाधन की असुविधा झेलनी पड़ी। इसकी शिकायत करने पर कोई सुनने वाला नहीं था।