बदायूं, परिषदीय विद्यालयों के कई शिक्षक अपनी पूरी तनख्वाह शराब में उड़ा दे रहे हैं। कई शिक्षकों की पत्नियों ने विभाग में शिकायत की तो जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी आनंद प्रकाश शर्मा ने शिक्षकों के बैंक खाते के साथ उनकी पत्नियों को सह खातेदार बनाने का निर्णय लिया है। इसके लिए उन्होंने बैंक के रीजनल मैनजर से भी बात कर ली है। खाते में तनख्वाह आने पर सबसे पहले शिक्षकों की पत्नियों के पास सूचना पहुंचेगी।
पीड़ित महिलाएं कर सकती हैं शिकायत
शुक्रवार शाम बीएसए ने कार्यालय में खंड शिक्षा अधिकारियों के साथ बैठक कर शराबी शिक्षकों पर अंकुश लगाने के लिए यह निर्णय लिया। अब तक चार-पांच शराबी शिक्षकों की पत्नियां विभाग में शिकायज दर्ज करा चुकी हैं। बीएसए ने बताया कि शिक्षक परिवार की अगर कोई और महिला पति के शराब पीने से परेशान है तो वह विभाग में इसकी शिकायत कर सकती है, उसके खिलाफ भी यही प्रक्रिया अपनाई जाएगी।
प्रधानाध्यापक के खिलाफ गबन की प्राथमिकी दर्ज
बैठक के दौरान कंपोजिट विद्यालय बिसौली के कंपोजिट ग्रांट का उपयोग न किए जाने का मामला सामने आया। यहां शोभारानी प्रधानाध्यापक हैं। इस विद्यालय को 4.25 लाख रुपये कंपोजिट ग्रांट में मिले हैं, लेकिन काम नहीं कराया गया है। बीएसए ने खंड शिक्षा अधिकारी को प्रधानाध्यापक के खिलाफ कंपोजिट ग्रांट के गबन की प्राथमिकी दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं