मैनपुरी परिषदीय विद्यालयों में अध्यापकों द्वारा मनमानी की जा रही है। अवकाश के लिए मानव संपदा पोर्टल पर आवेदन करने के निर्देश हैं। लेकिन अध्यापक मनमर्जी के साथ छुट्टी ले रहे हैं। एक विद्यालय में तो बीईओ को निरीक्षण में एक भी छात्र मौजूद नहीं मिला। प्रधानाध्यापक ने मध्याह्न भोजन पंजिका में फर्जी अंकन किया। खंड शिक्षा अधिकारी की संतुति पर बीएसए ने तीन शिक्षिकाओं का अग्रिम आदेशों तक वेतन रोक दिया है। एक शिक्षामित्र का एक दिन का मानदेय काटने के निर्देश दिए गए हैं।
खंड शिक्षाधिकारी नीरजा चतुर्वेदी ने 12 अक्टूबर को प्राथमिक विद्यालय कपूरपुर का निरीक्षण किया। निरीक्षण के समय सुषमा यादव 8 अक्टूबर से 12 अक्टूबर तक बिना किसी पूर्व सूचना के अनुपस्थित पायी गईं। इसके अलावा शिक्षिका अर्चना पाल, शिक्षामित्र सरिता पाल निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित मिलीं। इनके द्वारा अवकाश के लिए मानव संपदा पोर्टल पर आवेदन भी नहीं किए गए। ये सभी उच्चाधिकारियों के आदेशों तथा विभागीय निर्देशों के विपरीत कार्य कर रहे हैं। बीईओ की आख्या पर बीएसए दीपिका गुप्ता ने सुषमा यादव तथा अर्चना पाल का अग्रिम आदेशों तक वेतन रोक दिया है। शिक्षामित्र सरिता पाल का एक दिन का मानदेय काटते हुए तीन दिन के अंदर स्पष्टीकरण देने के निर्देश दिए हैं।