गाजीपुर-बलिया ग्रीन फील्ड को 1708 करोड़
- 1000 करोड़ रुपये राज्य में 13 रेल ओवरब्रिज के लिए
- 1708 करोड़ गाजीपुर ज़िले में एनएच-31 पर गाजीपुर-बलिया यूपी-बिहार राज्य सीमा (ग्रीनफील्ड) खंड पैकेज एक के हृदयपुर से शाहपुर खंड के फोर लेन हाइवे निर्माण के लिए
- 1212.26 करोड़ रुपये शाहाबाद-हरदोई बाईपास के लिए। मौजूदा सड़क के चार लेन में सुधार और उन्नयन का काम होगा
- 2007 करोड़ रुपये मुरादाबाद-ठाकुरद्वारा-काशीपुर हाइवे के लिए
नए राजमार्गों को मुफ्त जमीन देगी सरकारयोगी
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में नए राजमार्गों व ग्रीनफील्ड सड़क परियोजनाओं के लिए राज्य सरकार सरकारी भूमि निशुल्क उपलब्ध कराएगी। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के साथ बैठक में यह निर्णय लिया गया। प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री जितिन प्रसाद और राज्यमंत्री बृजेश सिंह भी मौजूद रहे। कुंभ से जुड़ी परियोजनाओं पर चर्चा में प्रतापगढ़-सुल्तानपुर-अयोध्या राजमार्ग चौड़ीकरण प्रस्ताव पर केंद्रीय मंत्री ने सहमति दी।
स्टील के कचरे से बनेंगी भविष्य की सड़कें
लखनऊ। देश व प्रदेश में आने वाले समय में एक्सप्रेस-वे, हाईवे, जिला व ग्रामीण मार्गों के निर्माण का तौर तरीका बहुत बदल जाएगा। मौजूदा सड़कों के अवशेष को रिसाइकिल कर नई तकनीकी से सड़कें बनेंगी। ब्योरा P02
लखनऊ, प्रमुख संवाददाता। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने शनिवार को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में तीन दिवसीय इंडियन रोड कांग्रेस का उद्घाटन करते हुए 2024 से पहले यूपी को पांच लाख करोड़ की परियोजनाएं देने की घोषणा की। उन्होंने फिलहाल राज्य को 8000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की मंजूरी दे दी है। गडकरी ने कहा कि पैसे की कोई कमी नहीं है काम करने वालों की कमी है।
यूपी में सबसे अधिक बायो इथेनाल, पेट्रोल-डीजल समाप्त करें केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 8000 करोड़ रुपये न्यूज रील मात्र है, फिल्म अभी बाकी है। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सुझाव दिया कि वह डबल डेकर इलेक्ट्रिक बसें चलाएं। यह सस्ती पड़ेगी। किराया भी 25 फीसदी तक कम कर सकते हैं। कोशिश हो तो अगले पांच साल में पेट्रोल-डीजल की खपत समाप्त की जा सकती है। उदाहरण दिया कि अमेरिका अमीर बना तो रोड इंफ्रास्ट्रक्चर से। अगले पांच साल में यूपी का रोड इंफ्रास्ट्रक्चर अमेरिका के बराबर करें। इसमें केंद्र सरकार पूरा सहयोग करेगी।
इंजीनियर 100 फीसदी परफेक्शन के साथ काम करें गडकरी ने देश में हर साल सड़क हादसों में होने वाली 1.5 लाख मौतों पर चिंता जाहिर की। कहा कि सही तकनीक की जरूरत है। अभी डीपीआर बनाने में बहुत गलतियां हो रही हैं। रोड सेप्टी आडिट में ये गलतियां लगातार सामने आ रही हैं। उन्होंने जर्मनी की कार कंपनी का हवाला देते हुए कहा कि परफेक्शन 101 फीसदी है।
इंजीनियरों से शत प्रतिशत परफेक्शन लाने की अपील की। इंजीनियरों और विशेषज्ञों से कहा कि निर्माण की गुणवत्ता तय करें।