सीतापुर जिले के गोंदलामऊ विकासखंड के कंपोजिट विद्यालय गोपालपुर पश्चिमी में स्कूल की बड़ी लापरवाही सामने देखने को आई। लंच के समय नौनिहालों को छिपकली से मिला हुआ दूध पिला दिया गया। कुछ ही देर बाद नौनिहालों को उल्टी दस्त शुरू हो गए। इसकी खबर फैलते ही गांव में हड़कंप मच गया। अभिभावकों ने स्कूल में हंगामा काटा। बीईओ व स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बच्चों को स्वास्थ्य परीक्षण करके उन्हें घर भेज दिया। बच्चों के घर पहुंचने के बाद उनकी हालत और बिगड़ गई। एंबुलेंस के जरिए आठ बच्चों को सीएचसी गोंदलामऊ भेजा गया।
स्कूल में दोपहर को लंच चल रहा था। इस दौरान नौनिहालों को दूध दिया गया। बुधवार को स्कूल में 48 बच्चे पढने आए थे। एक नौनिहाल दूध पी रहा था तो उसके गिलास में छिपकली की पूंछ निकल आई। उसने अन्य बच्चों व शिक्षकों को पूरी बात बताई। कुछ ही देर बाद अभिषेक, सुनील, अर्पित, शुभम, मंजेश, दीपाली, मोहिनी, ममता, नैंसी, अंजली, अभिनदंन व अंजली आदि को उल्टी शुरू हो गई। इससे स्कूल में हडक़ंप मच गया। पूरे गांव में दूध में छिपकली गिरने की बात फैल गई। बच्चों के अभिभावक स्कूल पहुंच गए। वह यहां पर हंगामा काटने लगे। इससे रसोईयां स्कूल छोडक़र भाग गई। घटना की जानकारी मिलते ही बीईओ पुष्पराज कुशवाहा सहित सीएचसी गोंदलामऊ की टीम पहुंची। डॉ. वैशाली गुप्ता ने बच्चों के स्वास्थ्य का परीक्षण किया। उसके बाद उन्हें तीन बजे स्कूल से छुट्टी दे दी गई। बच्चे जब घर पहुंचे तो उनकी हालत फिर से बिगड़ने लगी। सीएचसी से आई एंबुलेंस की मदद से आठ बच्चों को सीएचसी ले जाया गया। जहां पर इलाज के बाद उनकी हालात सामान्य है।
बीईओ ने बीएसए को नहीं दी जानकारी
स्कूल में दूध में छिपकली गिरने के बाद गांव में हडक़ंप मच गया। बीईओ को सूचना मिलने पर वह विद्यालय पहुंचे। लेकिन बीईओ ने इसकी सूचना अपने उच्चाधिकारियों तक को नहीं दी। बीईओ ने न ही बीएसए को बताया न ही डीसी एमडीएम को जानकारी दी। बीईओ घटना को छुपाने का भरसक प्रयास करते रहे।
जांच करके होगी कार्रवाई
डीसी एमडीएम बृजमोहन सिंह का कहना है कि स्कूल में दूध में छिपकली गिरने की जानकारी मिली है। सभी बच्चे पूरी तरह से स्वस्थ्य है। बीएसए ने बीईओ से पूरे मामले की जांच रिपोर्ट मांगी गई है। जांच रिपोर्ट के बाद लापरवाही मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।