मेरठ, । एसटीएफ ने पीईटी परीक्षा केंद्र के बाहर से फर्जी उत्तर कुंजी बेच रहे युवक को गिरफ्तार किया है। उसके पास से मोबाइल मिला है, जिसमें कई अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड भी मिले हैं। जिनके बारे में पता किया जा रहा है। पूछताछ में उसने मोदीनगर निवासी एक साथी के बारे में भी जानकारी दी है। आरोपित को दोस्त मास्टरजी कहते हैं।
मोबाइल में मिली फर्जी उत्तर कुंजी
एसटीएफ के अपर पुलिस अधीक्षक ब्रजेश सिंह ने बताया कि मेडिकल थानाक्षेत्र स्थित जागृति विहार में बीडीएस स्कूल के बाहर एक युवक के उत्तर कुंजी बेचने की सूचना मिली थी। टीम ने पहुंचकर रोबिन निवासी गांव सियाल थाना भावनपुर को गिरफ्तार कर लिया। उसके मोबाइल में सेकेंड पेपर की उत्तर कुंजी थी, जब उसका मिलान किया तो वह फर्जी निकली। वह अभ्यर्थियों को असली उत्तर कुंजी बताकर 30 से 50 हजार रुपये तक मांग रहा था। उसने अपने एक साथी अंकित उर्फ सोनू बैंसला निवासी मोदीनगर जिला गाजियाबाद के बारे में बताया है। मेडिकल पुलिस ने मुकदमा दर्ज उसे गिरफ्तार कर लिया।
छोटे भाई के लिए मंगाया था
आरोपित ने बताया कि छोटा भाई भी पीईटी दे रहा है। उसका केंद्र बिजनौर में है। उसके लिए ही उत्तर कुंजी मंगाई थी। शुक्रवार को ही उसके पास पेपर आ गया था लेकिन भाई को नहीं दे सका। अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपित के वाट्सएप पर उत्तर कुंजी किसने भेजी, इसका पता किया जा रहा है। यह भी पता किया जा रहा है कि आरोपित ने पूर्व में किसी परीक्षा में गड़बड़ी तो नहीं की।
सीआइएसएफ में चयनित हो गया था दारोगा
आरोपित सीआइएसएफ में दारोगा चयनित हो गया था। अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपित तीन साल पहले सीआइएसएफ में दारोगा के पद पर चयनित हो गया था लेकिन मेडिकल जांच में कलर ब्लाइंडनेस (लाल और हरे रंग में फर्क ना कर पाना) की वजह से बाहर हो गया था। दोस्तों में आरोपित मास्टरजी के नाम से प्रसिद्ध है। फिलहाल रोबिन परीक्षाओं में सेंधमारी की कोशिश में लगा था।