Say Yes to Life, No to Drugs Download Slogans “जीवन को हां, नशे को न” अभियान और नशे मुक्ति अभियान से जुड़े नारे करें डाऊनलोड
1.
हर दिल की अब ये है चाहत
नशा मुक्त हो मेरा भारत।
2.
ज्ञान हमें फैलाना है,
नशे को मार भगाना है।
3.
जब जागेगी ये आत्मा,
होगा तभी नशे का खात्मा।
4.
नशे को छोड़ो, रिश्ते जोड़ो।
5.
नशा जो करता है इंसान
कभी न उसका हो कल्याण,
उसको त्यागें हैं सब प्राणी
जल्द ही मिलता है श्मशान।
6.
चारों तरफ है हाहाकार
बंद नशे का हो बाजार।
7.
ये जो बिगड़ी दिशा दशा है आज,
नशे का सारा ये है काज।
8.
कहीं न नशेड़ी दिखने पाये,
नशा न अब यहाँ टिकने पाये।
9.
उम्मीद न कोई आशा है
अब चारों और निराशा है,
बर्बाद तुम्हें ये कर देगा
नशे की यही परिभाषा है।
10.
दिल पे नशा ये भारी है,
सबसे बड़ी बीमारी है।
11.
यही संदेश सुबह और शाम,
नशा मुक्त हो अब आवाम।
12.
भारत की संस्कृति बचाओ
अब तो नशे पर रोक लगाओ।
13.
नशे की छोड़ो रीत सभी
ख़ुशी के गाओ गीत सभी।
14.
घर-घर में सबको जगाना है
हमें देश इक नया बनाना है,
हो जाये तंदरुस्त अब भारत
नशे को दूर भगाना है।
15.
नशेड़ियों के नशे भागो, नशेड़ियों को नहीं।
16.
कुछ पल का नशा, सारी उम्र की सजा।
17.
खुद बिगड़े हो तुम जो अब तो
बच्चों को क्या सिखलाओगे,
खुद जो करने लगे नशा हो
उनको कैसे बचाओगे?
18.
देख लो कैसा कलयुग आया
माया में ही सब भ्रमित हैं,
ऐसी नशे की लत ये देखो
विष में दिखता अब अमृत है।
19.
परिवार पर अपने दो अब ध्यान,
नशे की लत का करो समाधान।
20.
नशे की लत जो जारी है
ये बहुत ही अत्याचारी है,
मेले लगते हैं श्मशानो में
आज इसकी तो कल उसकी बारी है।
21
धुत नशे में जो रहता,
संकट खड़े रोज करता
22
पीटती पत्नी बिकते जेवर,
छोड़ शराबी ऐसे तेवर
23
यदि सुख से चाहों तुम जीना,
कभी भूलकर मद्य न पीना
24
नशे को दूर भगाना हैं,
खुशहाली को लाना हैं.
25
जब तर्क नही चरित्र विकास,
तब तब कर्मकांड उपहास
26
मदिरा मॉस, तामसी भोजन,
दूषित करते तन मन शरीर.
27
नशा बड़ा ही हैं शैतान
हमें बना देता है हैवान.
28
मदिरा पीने में क्या शान,
गली गली होता अपमान
29
सोचो समझों बचो नशे से,
जीवन जियो बड़े मजे से
30
नशा नाश की जड़ है भाई,
इससे दूर रहो है भाई
31
माँस मदिरा बीड़ी पान
असुर तत्व की हैं पहचान
32
व्यसनों की लत जिसने डारी,
अपने पैर कुल्हाड़ी मारी
33
मान मिटा सम्पति नशानी,
नशेबाज की यही कहानी
34
बढ़ते जिससे मनोविकार,
ऐसी कला नरक का द्वार
35
दुर्गुण त्यागों बनो उदार,
यही मुक्ति सुरपुर का द्वार
35
दुर्व्यसनों से पिंड छुड़ाएं,
स्वस्थ बने सुख सम्पति पाएं
36
व्यसन और व्यभिचार दीर्घजीवन के शत्रु हैं.
37
व्यसनों से कोसों दूर रहें, क्योंकि ये वास्तविक प्राणघातक शत्रु हैं.
38
मांसाहार मानवता का त्याग कर ही किया जा सकता हैं.
39
विषयों, व्यसनों और विलासों में सुख खोजना
और पाने की आशा करना भयानक दुराशा हैं.
40
जब जागेगी ये आत्मा,
होगा तभी नशे का खात्मा।
41
चारों तरफ है हाहाकार
बंद नशे का हो बाजार।
42
कहीं न नशेड़ी दिखने पाये,
नशा न अब यहाँ टिकने पाये।
43
बीड़ी, दारू सब बंद करो
नहीं तो होंगे जल्द ही कब्र बंद।
44
जन-जन तक यह संदेश पहुंचाना है,
नशे को हाथ भी नहीं लगाना है।
45
नशीले प्रदार्थ से रहे दूर
जीवन सुखी पावो हरदम
46
न करेंगे न करने देंगे
नशे से देश को बचाएंगे