लखनऊ, राज्य ब्यूरो। उत्तर प्रदेश के राजकीय मेडिकल कालेजों व स्वशासी चिकित्सा महाविद्यालयों के अंतर्गत चलाए जा रहे 13 सरकारी नर्सिंग कालेजों में 312 शैक्षणिक पदों पर भर्ती होगी। इन सभी खाली पदों पर शिक्षक संविदा पर भर्ती किए जाएंगे। प्रत्येक कालेज में एक प्रधानाचार्य या प्रोफेसर, एक वाइस प्रिंसिपल, एक एसोसिएट प्रोफेसर, तीन असिस्टेंट प्रोफेसर और 18 ट्यूटर रखे जाएंगे। नर्सिंग कालेजों में गुणवत्ता सुधार के लिए मिशन निरामया: चलाया जा रहा है। नवंबर 2022 से नर्सिंग कालेजों में नया शैक्षिक सत्र शुरू किया जाएगा।
इन जिलों में चल रहे नर्सिंग कालेज
यूपी के जिन सरकारी मेडिकल कालेजों के अंतर्गत नर्सिंग कालेज चल रहे हैं उनमे जालौन, बदायूं, आजमगढ़, बांदा, अंबेडकरनगर व सहारनपुर शामिल हैं। वहीं जिन स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय के अंतर्गत नर्सिंग कालेज चल रहे हैं उनमें अयोध्या, बस्ती, बहराइच, फिरोजाबाद एवं सहारनपुर के महाविद्यालय शामिल हैं। वहीं इसके अलावा कालेज आफ नर्सिंग कानपुर व कन्नौज शामिल हैं। फिलहाल सरकारी व प्राइवेट दोनों नर्सिंग कालेजों में मानकों को पूर्ण कर गुणवत्तापरक शिक्षा देने पर जोर दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर नर्सिंग कालेजों का कायाकल्प किया जा रहा है।
13 जिलों के नर्सिंग कालेजों का कायाकल्प
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर अभियान चलाकर सरकारी व प्राइवेट नर्सिंग कालेजों का कायाकल्प किया जा रहा है। मान्यता के मानकों पर कालेज कितने खरे हैं, आगे इसे मिशन निरामया: चलाकर परखा जाएगा। जिन 13 नर्सिंग कालेजों में शैक्षणिक पदों को संविदा के आधार पर चिकित्सा शिक्षा विभाग भरेगा उनमें जालौन, बदायूं, आजमगढ़, बांदा, अंबेडकरनगर, सहारनपुर, अयोध्या, बस्ती, बहराइच, फिरोजाबाद, शाहजहांपुर, कानपुर व कन्नौज के सरकारी नर्सिंग कालेज शामिल हैं।