मंझनपुर। अब अकादमिक रिसोर्स पर्सन (एआरपी) को नतीजा देना होगा। नजीजे के आधार पर ही उनका नवीनीकरण अगले वर्ष के लिए हो सकेगा। हर एआरपी दस- दस विद्यालयों को चिह्नित कर निपुण भारत लक्ष्य पूरा करेंगे। जिले के आठों ब्लॉक से 80 विद्यालयों का चयन किया जाएगा। बीएसए ने सभी एआरपी से पहचाने गए.
विद्यालयों की सूची मांगी है।
निपुण भारत मिशन के तहत बच्चों के अधिगम स्तर में वृद्धि के लिए अकादमिक रिसोर्स पर्सन की जिम्मेदारी का निर्वहन करना होगा स्कूल शिक्षा महानिदेशक विजय किरन आनंद ने निर्देश दिया है कि सभी अकादमिक रिसोर्स पर्सन अपने-अपने विकास खंड के 10 10 विद्यालयों को चिह्नित कर उन्हें निपुण विद्यालय के रूप में विकसित करेंगे। यह काम दिसंबर 2023 तक पूरा होना है। बेहत्तर शैक्षिक प्रदर्शन के आधार पर निपुण विद्यालय का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए कार्ययोजना बनाएंगे।
10 नवंबर तक विद्यालयों का चयन करते हुए बीएसए के माध्यम से सूची राज्य परियोजना निदेशक कार्यालय भेजी जाएगी। एआरपी चयनित विद्यालयों में दिसंबर 2023 तक कक्षा तीन तक के समस्त विद्यार्थियों के कक्षानुरूप निर्धारित दक्षता प्राप्त करने के लिए काम करेंगे। शिक्षण अधिगम प्रक्रिया के दौरान शिक्षकों की ओर से बच्चों की समझ व प्रगति का आकलन किया जाएगा प्राप्त परिणाम के आधार कक्षावार निपुण तालिका बनाई जाएगी। आकर्षक बनाने के लिए प्राथमिक विद्यालयों के लिए उपलब्ध कराई गई शैक्षणिक सामग्री जैसे आधार शिला क्रियान्वयन संदर्शिका, प्रिंट रिच सामग्री, पुस्तकालय की किताबें, निपुण लक्ष्य तालिका, सूची, गणित किट बनू इनबिल्ड स्पीकर, खेल के प्रयोग के लिए शिक्षकों को प्रेरित किया जाएगा। घर पर सीखने की प्रक्रिया को नियम व प्रभावी बनाने के लिए अभ्यासकार्य व गृहकार्य पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। बच्चों व अभिभावकों को रोड एलोग एप का प्रयोग करने के लिए प्रेरित किया जाएगा।