मऊ। जिले के सरकारी तथा अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूलों के प्रधानाचार्यों को लीडरशिप का पाठ इंडियन इंस्टीट्यूट आफ मैनेजमेंट लखनऊ में पढ़ाया जाएगा। जनवरी 2023 तक कार्ययोजना तैयार कर प्रशिक्षण शुरू कराया जाएगा।
विभाग की तरफ से प्रधानाचार्यों के ट्रेनिंग का प्रोग्राम तैयार करने की प्रक्रिया चल रही है।
सरकार की तरफ से राजकीय तथा सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों को निजी स्कूलों के समकक्ष खड़ा करने की कवायद है। जिले में 16 राजकीय तथा 67 सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालय हैं। इनमें बेहतर पठन पाठन के साथ ही प्रबंधन की भी जरूरत है। शासन के निर्देश पर विभाग की तरफ से आईआईएम में विद्यालयों के प्रधानाचार्यों को लीडरशिप का गुर सिखाया जाएगा।
फिलहाल प्रबंधन के श्रेष्ठ संस्थान में जाकर प्रधानाचार्य सीखेंगे कि किस तरह टाइम मैनेजमेंट करें। विद्यालय में रोचक ढंग से पढ़ाई और उसके साथ-साथ कैैसे स्वस्थ तंत्र तैयार करें, जिसमें अध्यापक तथा विद्यार्थियों के बीच बेहतर ढंग से संवाद हो सके और समय पर कोर्स पूरा कर रिवीजन भी कराया जा सके।
प्रधानाचार्य को किन-किन चीजों का ख्याल रखना चाहिए, उन्हें समझाया जाएगा। जनवरी 2023 तक कार्ययोजना तैयार कर प्रशिक्षण शुरू कराया जाएगा। विभाग की तरफ से प्रधानाचार्यों की ट्रेनिंग का प्रोग्राम तैयार करने की प्रक्रिया चल रही है।
इस बाबत जिला समन्वयक माध्यमिक शिक्षा समन्वयक चंद्र प्रकाश श्रीवास्तव का कहना है कि माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाचार्यों को लीडरशिप ट्रेनिंग दिए जाने के मामले में विभाग का पत्र मिला है। प्रक्रिया चल रही है। वाराणसी ब्यूरो