प्रयागराज, केंद्रीय और नवोदय विद्यालय समेत अन्य स्कूलों और उत्तर प्रदेश की शिक्षक भर्ती में मान्य केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (सीटीईटी) इस बार हजारों अभ्यर्थियों के लिए परेशानी का सबब बन गई है। इस बार केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने जिलों के लिए परीक्षार्थियों की संख्या निर्धारित कर दी है। यानि निश्चित संख्या के बाद उस जिले में परीक्षा की सुविधा नहीं मिलेगी और दूसरे जिले या फिर राज्य का रुख करना पड़ेगा।
यूपी के लिए 21 जिलों में निर्धारित सीटों की संख्या सात दिन पहले ही पूरी हो चुकी है और अब अभ्यर्थियों के पास दूसरे राज्य में परीक्षा देने या फिर परीक्षा छोड़ने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है। केंद्रों का निर्धारण ‘पहले आओ पहले पाओ’ की नीति पर था इसलिए देरी से फॉर्म भरने वालों को सबसे अधिक कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।
आठ दिन बाद ही फुल हो गई थीं बिहार की सीटें हालत यह है कि दिसंबर-जनवरी में ऑनलाइन माध्यम से प्रस्तावित परीक्षा के लिए पंजीकरण तो 24 नवंबर तक होने हैं, लेकिन यूपी ही नहीं मध्य प्रदेश के नजदीकी जिलों जैसे रीवा, जबलपुर और सतना की सीटें भी यहां के अभ्यर्थियों से फुल हो गई हैं। बिहार की निर्धारित संख्या 31 अक्तूबर को आवेदन शुरू होने के आठ दिन बाद सात नवंबर को ही पूरी हो गई थी।
प्रमोद कन्नौजिया तीन दिन पहले सीटीईटी का फॉर्म भरने लगे तो पता चला की उत्तर प्रदेश के लिए निर्धारित संख्या पूरी हो चुकी है। अब परीक्षा देनी है तो दिल्ली या दूसरे किसी राज्य में जाना होगा। मजबूरन दोनों अभ्यर्थियों ने दिल्ली केंद्र चुना है। इसी प्रकार प्रयागराज की रागिनी शुक्ला ने कोटा (राजस्थान) से परीक्षा देने का विकल्प दिया है।
नैनी की श्वेता सिंह चार दिन पहले सीटीईटी का ऑनलाइन आवेदन भरने लगी तो यूपी में कोई सेंटर नहीं मिला। दूसरे राज्य जाने की बजाय उन्होंने इस बार परीक्षा नहीं देने का निर्णय लिया है। सलोरी की प्रिया पांडेय ने भी यूपी में केंद्र फुल होने पर इस बार सीटीईटी नहीं देने का निर्णय लिया। इसी तरह हजारों अभ्यर्थी सीटीईटी नहीं दे रहे हैं।
● प्रयाग समेत यूपी के 21 जिलों में प्रस्तावित केंद्रों पर आवेदन की संख्या हुई पूरी
● उत्तर प्रदेश में नहीं मिल रहा केंद्र, मजबूरन दूसरे राज्यों के लिए कर रहे आवेदन
प्रदेश में लखनऊ में परीक्षा देंगे सर्वाधिक अभ्यर्थी
यूपी के 21 जिलों में सर्वाधिक 110580 अभ्यर्थी लखनऊ में परीक्षा में शामिल होंगे। वाराणसी में 65550, प्रयागराज 43733, गोरखपुर 44137, गाज़ियाबाद 41690, कानपुर 46322 और मेरठ में 38456 अभ्यर्थियों का पंजीकरण हो चुका है।