मऊ स्कूलों में शिक्षा का माहौल बेहतर बनाने के लिए शिक्षकों के लिए कई गाइड लाइन जारी की जा रही हैं। इसी के तहत स्कूल शुरू होने के 15 मिनट पहले और छुट्टी के 30 मिनट बाद तक शिक्षकों को कार्य स्थल पर बने रहना होगा।
इस दौरान शिक्षक पंजिका तथा अन्य अभिलेख अपडेट करेंगे।
अगले दिन को पढ़ाई की रूपरेखा तैयार करेंगे महानिदेशक, स्कूल शिक्षा ने इस आशय का पत्र जारी किया है। जिले में 1208 परिषदीय, 94 सहायता प्राप्त, 56 समाज कल्याण से संबद्ध विद्यालयों का संचालन होता है। शासनादेश में प्रत्येक शैक्षिक सत्र में 240 शिक्षण दिवस का संचालन अनिवार्य घोषित किया गया है। यदि शैक्षिक कैलेंडर में निर्धारित समय सारिणी का अनुपालन सुनिश्चित नहीं किया जा सका है तो इसकी प्रतिपूर्ति के लिए अतिरिक्त क्लास की व्यवस्था की जाएगी। निःशुल्क पाठ्य पुस्तक वितरण डीबीटी एवं अन्य किसी भी सामग्री के वितरण का कार्य विद्यालय अवधि के बाद ही किया जाएगा। विद्यालय में शैक्षणिक कार्य को अवधि में रैली, प्रभातफेरी, मानव श्रृंखला और नवाचार गोष्ठी का आयोजन भी नहीं होगा। इस दौरान विद्यालय संचालन अवधि में शिक्षकों से किसी भी विभाग का हाउस होल्ड सर्वे भी नहीं कराया जाएगा। विद्यालय में शिक्षकों के गैरहाजिर मिलने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और वेतन भी कटेगा। शिक्षकों को राज्य परियोजना कार्यालय और एससीईआरटी के प्रशिक्षणों में शामिल होना होगा। निःशुल्क पाठ्यपुस्तक सहित अन्य सामग्री का वितरण शिक्षण अवधि के बाद ही किया जाएगा। परिषदीय शिक्षकों को जिला प्रशासन, बीएसए दफ्तर और खंड शिक्षा अधिकारी दफ्तर में संबद्ध नहीं किया जा सकेगा।